सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (Micro, Small, and Medium Enterprises – MSMEs)
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (Micro, Small, and Medium Enterprises – MSMEs)
🏭 1. परिचय (Introduction)
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSMEs) भारत की आर्थिक प्रणाली की रीढ़ माने जाते हैं। ये उद्योग देश में रोजगार सृजन, नवाचार, और क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। MSMEs का योगदान सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में महत्वपूर्ण है और वे भारत के कुल निर्यात का बड़ा हिस्सा भी संभालते हैं।
🔑 2. MSMEs की परिभाषा (Definition of MSMEs)
MSMEs को उनके निवेश और वार्षिक टर्नओवर के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। 2020 में, भारत सरकार ने MSMEs की नई परिभाषा पेश की:
उद्योग का प्रकार (Type of Enterprise) |
निवेश सीमा (Investment Limit) |
वार्षिक टर्नओवर (Annual Turnover) |
सूक्ष्म (Micro) |
₹1 करोड़ तक |
₹5 करोड़ तक |
लघु (Small) |
₹10 करोड़ तक |
₹50 करोड़ तक |
मध्यम (Medium) |
₹50 करोड़ तक |
₹250 करोड़ तक |
📊 3. MSMEs का योगदान (Contribution of MSMEs)
- रोजगार: MSMEs लगभग 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
- GDP में योगदान: MSMEs का GDP में लगभग 30% योगदान है।
- निर्यात: MSMEs भारत के कुल निर्यात का लगभग 48% हिस्सा रखते हैं।
📈 4. MSMEs की विशेषताएँ (Features of MSMEs)
- लचीले और कम पूंजी के साथ शुरू किए जा सकते हैं।
- स्थानीय संसाधनों और श्रमिकों का उपयोग कर उत्पादन करते हैं।
- नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देते हैं।
- कृषि, हस्तशिल्प, सेवा क्षेत्र, और छोटे पैमाने पर विनिर्माण उद्योगों में सक्रिय।
🔧 5. MSMEs के प्रकार (Types of MSMEs)
- विनिर्माण MSMEs (Manufacturing MSMEs): उत्पादों का उत्पादन करने वाले उद्योग।
- सेवा MSMEs (Service MSMEs): सेवाएं प्रदान करने वाले उद्योग जैसे तकनीकी सेवाएं, परामर्श, परिवहन, आदि।
💡 6. MSMEs के लिए सरकारी योजनाएँ (Government Schemes for MSMEs)
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY): सूक्ष्म और लघु उद्यमों को सस्ती ऋण सुविधा प्रदान करना।
- सूक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए MSME समृद्धि योजना।
- क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (CGTMSE) योजना।
- उद्यम पोर्टल: MSMEs के पंजीकरण और प्रमाणीकरण के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म।
⚙️ 7. MSMEs की चुनौतियाँ (Challenges Faced by MSMEs)
- वित्तीय संसाधनों की कमी और बैंकिंग समर्थन की कठिनाइयाँ।
- प्रौद्योगिकी में पिछड़ापन और आधुनिक उपकरणों का अभाव।
- कड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा।
- सरकारी नीतियों और प्रक्रियाओं की जटिलता।
🚀 8. MSMEs का भविष्य (Future Prospects of MSMEs)
MSMEs का भविष्य उज्ज्वल है क्योंकि सरकार आत्मनिर्भर भारत पहल, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं के माध्यम से इन्हें बढ़ावा दे रही है। तकनीकी उन्नति और नवाचार MSMEs के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
MSMEs पर प्रश्नोत्तरी
1. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को मुख्य रूप से किन आधारों पर वर्गीकृत किया गया है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2020)
(a) निवेश और रोजगार
(b) राजस्व और आय
(c) निवेश और टर्नओवर
(d) स्थान और आकार
उत्तर: (c) निवेश और टर्नओवर
MSMEs को उनके निवेश और वार्षिक टर्नओवर के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयाँ शामिल हैं।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं:
– (a), (b), और (d): ये वर्गीकरण के मानक नहीं हैं।
2. MSME मंत्रालय द्वारा सूक्ष्म उद्योग की निवेश सीमा क्या है? (SSC CGL परीक्षा, 2021)
(a) 50 लाख रुपये
(b) 1 करोड़ रुपये
(c) 10 करोड़ रुपये
(d) 25 करोड़ रुपये
उत्तर: (b) 1 करोड़ रुपये
वर्तमान में, MSME मंत्रालय ने सूक्ष्म उद्योग की निवेश सीमा 1 करोड़ रुपये और टर्नओवर सीमा 5 करोड़ रुपये निर्धारित की है।
3. MSMEs के लिए ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ का मुख्य उद्देश्य क्या है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2019)
(a) बड़े उद्योगों के लिए वित्त सहायता
(b) नए स्टार्टअप्स का वित्तपोषण
(c) छोटे व्यवसायों को लोन प्रदान करना
(d) निर्यात बढ़ाना
उत्तर: (c) छोटे व्यवसायों को लोन प्रदान करना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म और छोटे व्यवसायों को लोन प्रदान करना है ताकि वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं:
– (a), (b), और (d): ये योजना के मुख्य उद्देश्य नहीं हैं।
4. MSMEs के विकास के लिए सरकार द्वारा किस योजना की शुरुआत की गई थी? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2021)
(a) स्टार्टअप इंडिया
(b) मेक इन इंडिया
(c) जेम्स और ज्वैलरी योजना
(d) एमएसएमई समाधान योजना
उत्तर: (b) मेक इन इंडिया
‘मेक इन इंडिया’ योजना का उद्देश्य भारतीय MSMEs को बढ़ावा देना और आत्मनिर्भर बनाना है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं:
– (a), (c), और (d): ये MSMEs के लिए नहीं हैं।
5. MSME के विकास में सबसे बड़ी चुनौती क्या है? (SSC CHSL परीक्षा, 2020)
(a) वित्तीय समस्याएँ
(b) अधोसंरचना की कमी
(c) श्रमिकों की कमी
(d) सभी उपरोक्त
उत्तर: (d) सभी उपरोक्त
MSME के विकास में वित्तीय समस्याएँ, अधोसंरचना की कमी, और कुशल श्रमिकों की कमी सभी बड़ी चुनौतियाँ हैं।
6. भारत में MSMEs का कुल योगदान GDP में कितना है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2019)
(a) 20%
(b) 30%
(c) 40%
(d) 50%
उत्तर: (b) 30%
MSMEs भारतीय GDP में लगभग 30% का योगदान देते हैं और रोजगार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
7. MSME उद्योग किस अधिनियम के तहत पंजीकृत किए जाते हैं? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2021)
(a) कंपनी अधिनियम
(b) फैक्ट्री अधिनियम
(c) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग अधिनियम
(d) व्यापारिक अधिनियम
उत्तर: (c) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग अधिनियम
MSMEs को ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग अधिनियम’ के तहत पंजीकृत किया जाता है।
8. भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘उद्योग आधार’ पोर्टल का उद्देश्य क्या है? (SSC CGL परीक्षा, 2019)
(a) उद्योगों का वित्तपोषण
(b) उद्यमों की पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना
(c) रोजगार सृजन
(d) सभी उपरोक्त
उत्तर: (b) उद्यमों की पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना
‘उद्योग आधार’ पोर्टल का मुख्य उद्देश्य MSMEs की पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना है।
9. ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना’ का उद्देश्य क्या है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2018)
(a) बड़े उद्योगों का विकास
(b) सरकारी नौकरी प्रदान करना
(c) नए व्यवसायों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना
(d) केवल महिला उद्यमियों को लाभ पहुँचाना
उत्तर: (c) नए व्यवसायों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का उद्देश्य नए MSMEs को वित्तीय सहायता प्रदान कर रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करना है।
10. ‘खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग’ (KVIC) का मुख्य उद्देश्य क्या है? (SSC CHSL परीक्षा, 2020)
(a) ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देना
(b) कृषि सुधार
(c) बड़े उद्योगों का विकास
(d) आयात को बढ़ावा देना
उत्तर: (a) ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देना
KVIC का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और ग्रामोद्योगों को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना है।