पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र और संरक्षण (Mountain Ecosystems and Conservation)
पारिस्थितिक सेवाएँ (Ecosystem Services)
पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र वैश्विक पर्यावरण और मानव जीवन के लिए कई महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान करते हैं:
- जल स्रोत: पर्वतों से नदियाँ निकलती हैं, जो दुनिया के 50% से अधिक मीठे पानी की आपूर्ति करती हैं।
- जैव विविधता: पर्वतीय क्षेत्र अनेक स्थानिक और संकटग्रस्त प्रजातियों का घर हैं।
- जलवायु नियंत्रण: पर्वत वैश्विक तापमान और वर्षा वितरण को नियंत्रित करते हैं।
- खनिज संसाधन: पर्वतीय क्षेत्रों में तांबा, सोना, और अन्य खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- पर्यटन और मनोरंजन: पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन और साहसिक खेलों का बड़ा योगदान है।
पर्यावरणीय खतरें और संरक्षण उपाय (Environmental Threats and Conservation Measures)
पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र को कई पर्यावरणीय खतरों का सामना करना पड़ता है, जिनसे निपटने के लिए संरक्षण उपाय आवश्यक हैं:
- पर्यावरणीय खतरें:
- जलवायु परिवर्तन: ग्लेशियरों का पिघलना और असामान्य मौसम पैटर्न।
- वनों की कटाई: अवैध कटाई से जैव विविधता को नुकसान।
- खनन और निर्माण: खनन गतिविधियाँ मिट्टी के कटाव और प्रदूषण का कारण बनती हैं।
- पर्यटन का दबाव: अधिक पर्यटन से पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ता है।
- संरक्षण उपाय:
- पुनर्वनीकरण: वनों की कटाई रोककर पुनर्वनीकरण करना।
- सतत विकास: खनन और पर्यटन में सतत विकास प्रथाओं को अपनाना।
- जल संरक्षण: जल संसाधनों का कुशल उपयोग और संरक्षण।
- शिक्षा और जागरूकता: स्थानीय समुदायों और पर्यटकों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षित करना।
परीक्षापयोगी तथ्य
- हिमालय दुनिया की 10 सबसे बड़ी नदियों का स्रोत है।
- पर्वतीय क्षेत्र पृथ्वी के 28% भूमि क्षेत्र को कवर करते हैं और 15% से अधिक मानव आबादी को सहारा देते हैं।
- ग्लोबल फ्रेशवाटर का लगभग 70% पर्वतीय ग्लेशियरों में संग्रहीत है।
- पश्चिमी घाट को UNESCO द्वारा जैव विविधता हॉटस्पॉट के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- खनन गतिविधियों के कारण हर साल हजारों हेक्टेयर पर्वतीय वन नष्ट हो जाते हैं।