प्लेट टेक्टोनिक्स और शैल (Plate Tectonics and Rocks)
प्लेट टेक्टोनिक्स क्या है?
प्लेट टेक्टोनिक्स (Plate Tectonics) भूगर्भीय सिद्धांत है, जो पृथ्वी की ऊपरी परत (Lithosphere) को कई कठोर प्लेटों में विभाजित मानता है। ये प्लेटें, जो एस्थेनोस्फीयर पर तैरती हैं, निरंतर गति में रहती हैं।
प्लेटों के प्रकार
- संगमनी सीमा (Convergent Boundary): जब दो प्लेटें आपस में टकराती हैं।
- अपसरण सीमा (Divergent Boundary): जब दो प्लेटें एक-दूसरे से दूर जाती हैं।
- परिवर्तन सीमा (Transform Boundary): जब दो प्लेटें एक-दूसरे के पास से सरकती हैं।
शैलों के प्रकार
प्लेट टेक्टोनिक्स के कारण तीन प्रकार की शैलें बनती हैं:
- आग्नेय शैल (Igneous Rocks): लावा के ठंडा होने से बनती हैं।
- अवसादी शैल (Sedimentary Rocks): तलछट के संकुचन से बनती हैं।
- रूपांतरित शैल (Metamorphic Rocks): उच्च दबाव और तापमान के प्रभाव से बदलती हैं।
प्लेटों की गतिविधियों का शैलों पर प्रभाव
प्लेट टेक्टोनिक्स शैलों के निर्माण, विनाश और रूपांतरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- संगमनी सीमा: पर्वत निर्माण और रूपांतरित शैलों का निर्माण।
- अपसरण सीमा: नए आग्नेय शैलों का निर्माण (मध्य-महासागरीय रिज)।
- परिवर्तन सीमा: भूकंप और शैल दरारें।
भूकंप (Earthquakes)
भूकंप प्लेटों के आपसी टकराव या सरकने के कारण पृथ्वी की सतह पर होने वाले कंपन हैं।
- उद्भव: प्लेटों के संगमनी या परिवर्तन सीमा पर।
- प्रमुख क्षेत्र: प्रशांत महासागर की “रिंग ऑफ फायर”।
- मापक: रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है।
ज्वालामुखी (Volcanoes)
ज्वालामुखी तब बनते हैं, जब एस्थेनोस्फीयर से लावा, गैस, और राख बाहर निकलती है।
- प्रकार: सक्रिय (Active), सुप्त (Dormant), मृत (Extinct)।
- स्थान: अपसरण सीमा (जैसे, मध्य-अटलांटिक रिज) और संगमनी सीमा (जैसे, हिमालय)।
पर्वत निर्माण (Mountain Building)
पर्वत निर्माण संगमनी सीमा पर प्लेटों के टकराने के कारण होता है।
- उदाहरण: हिमालय, एंडीज।
- प्रक्रिया: टक्कर से तलछटी शैलों का उन्नयन।
परीक्षापयोगी तथ्य
- भूकंप का केंद्र (Focus) वह बिंदु है, जहां से कंपन उत्पन्न होता है।
- रिक्टर स्केल पर 7.0 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप विनाशकारी हो सकते हैं।
- ज्वालामुखीय “रिंग ऑफ फायर” दुनिया में सबसे सक्रिय क्षेत्र है।
- हिमालय संगमनी सीमा पर प्लेट टकराव का परिणाम है।