मृदा प्रोफ़ाइल और संरचना (Soil Profile and Structure)
मृदा प्रोफ़ाइल (Soil Profile)
मृदा प्रोफ़ाइल मृदा की विभिन्न क्षितिजीय परतों को दर्शाती है। प्रत्येक परत की अपनी भौतिक और रासायनिक विशेषताएँ होती हैं। क्षितिज O, A, B, C, और R मृदा प्रोफ़ाइल के मुख्य घटक हैं।
- क्षितिज O: जैविक परत, जो पत्तियों, पौधों और जैविक पदार्थों से बनी होती है।
- क्षितिज A: ऊपरी परत, जिसे “टॉपसॉइल” कहा जाता है। यह सबसे उपजाऊ परत होती है।
- क्षितिज B: उपसतह परत, जहाँ खनिजों का संग्रह होता है। इसे “सबसॉइल” कहते हैं।
- क्षितिज C: अधोल परत, जो अपघटित चट्टानों से बनी होती है।
- क्षितिज R: मूल चट्टान, जो मृदा निर्माण का आधार है।
मृदा बनावट और संरचना (Soil Texture and Structure)
मृदा बनावट और संरचना मृदा की भौतिक विशेषताओं को दर्शाती है। यह मृदा के कणों के आकार और उनके आपसी संयोजन पर निर्भर करती है।
- मृदा बनावट (Soil Texture): मृदा के कणों का आकार, जिसमें रेत (Sand), गाद (Silt), और मिट्टी (Clay) शामिल होते हैं।
- रेतीली मृदा: बड़े कण, जलधारण क्षमता कम।
- गादी मृदा: मध्यम कण, जलधारण क्षमता मध्यम।
- मिट्टी मृदा: छोटे कण, उच्च जलधारण क्षमता।
- मृदा संरचना (Soil Structure): मृदा कणों के आपसी जुड़ाव और गठन का तरीका। इसे चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- ग्रेन्युलर: छोटे और गोल कण, जो खेती के लिए आदर्श हैं।
- ब्लॉकी: चतुर्भुज आकार के कण, जो जल निकासी को प्रभावित कर सकते हैं।
- प्लेटी: परतदार संरचना, जो जल और वायु के प्रवाह को सीमित करती है।
- प्रिजमैटिक: लंबवत खड़े कण, जो गहराई से पानी को प्रवाहित करते हैं।