मिट्टी के प्रकार (Types of Soils)
🌱 1. काली मिट्टी (Black Soil)
- अन्य नाम: रेगुर मिट्टी, कपास मिट्टी।
- विशेषता:
- गहरी काली रंग की मिट्टी।
- मिट्टी में चिपचिपापन और नमी बनाए रखने की क्षमता।
- कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम, पोटाश और चूना की प्रचुरता।
- उपयुक्त फसलें: कपास, तिलहन, ज्वार, गेहूँ।
🌾 2. जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil)
- उत्पत्ति: नदियों द्वारा लाई गई अवसादों से बनी मिट्टी।
- विशेषता:
- उपजाऊ मिट्टी, रेत, गाद और चिकनी मिट्टी का मिश्रण।
- फॉस्फोरस की कमी लेकिन पोटाश की प्रचुरता।
- उपयुक्त फसलें: धान, गेहूँ, गन्ना, दालें, तिलहन।
🌋 3. लाल मिट्टी (Red Soil)
- उत्पत्ति: ग्रेनाइट और गनीस चट्टानों के अपक्षय से बनी।
- विशेषता:
- लाल रंग आयरन ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण।
- नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और ऑर्गेनिक पदार्थों की कमी।
- उपयुक्त फसलें: ज्वार, बाजरा, मूंगफली, तिलहन।
🌳 4. लैटेराइट मिट्टी (Laterite Soil)
- उत्पत्ति: उच्च तापमान और भारी वर्षा के कारण रासायनिक अपक्षय।
- विशेषता:
- लोहे और एल्युमिनियम ऑक्साइड की प्रचुरता।
- पौष्टिक तत्वों की कमी, खासकर नाइट्रोजन और पोटाश।
- उपयुक्त फसलें: चाय, कॉफी, रबर, नारियल।
🏜️ 5. मरुस्थलीय मिट्टी (Desert Soil)
- विशेषता:
- रेतीली मिट्टी, नमी की कमी।
- सामान्यतः लवणीय, पोटाश की प्रचुरता।
- उपयुक्त फसलें: बाजरा, ज्वार, खजूर (सिंचाई के बाद)।
⛰️ 6. पर्वतीय मिट्टी (Mountain Soil)
- विशेषता:
- कम गहराई वाली मिट्टी, चट्टानी और पत्थरीली।
- ह्यूमस की मात्रा कम, लेकिन जैविक पदार्थों की प्रचुरता।
- उपयुक्त फसलें: चाय, कॉफी, मसाले, फलों की खेती।
🏞️ 7. पीली मिट्टी (Yellow Soil)
- उत्पत्ति: लाल मिट्टी के अपक्षय से बनी।
- विशेषता:
- पीला रंग हाइड्रेटेड आयरन ऑक्साइड के कारण।
- नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और ह्यूमस की कमी।
- उपयुक्त फसलें: चावल, गन्ना, कपास।
🏖️ 8. लैटराइटिक मृदा (Lateritic Soils)
- विशेषता:
- अत्यधिक धुलाई के कारण पोषक तत्वों की कमी।
- लोहे और एल्युमिनियम ऑक्साइड की प्रचुरता।
- उपयुक्त फसलें: चाय, कॉफी, रबर, काजू।
🌳 9. वन मिट्टी (Forest Soil)
- विशेषता:
- ऊपरी परत में जैविक पदार्थों की प्रचुरता।
- नीचे की परतें अम्लीय और कम उपजाऊ।
- उपयुक्त फसलें: फलों की खेती, मसाले।
🌊 10. डेल्टा मिट्टी (Deltaic Soil)
- उत्पत्ति: नदियों द्वारा लाई गई अवसादों से बनी।
- विशेषता:
- अत्यंत उपजाऊ मिट्टी।
- फॉस्फोरस और नाइट्रोजन की कमी।
- उपयुक्त फसलें: धान, गन्ना, जूट।
📚 11. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- सबसे अधिक क्षेत्र में पाई जाने वाली मिट्टी: जलोढ़ मिट्टी
- काली मिट्टी को रेगुर मिट्टी भी कहते हैं।
- लाल मिट्टी का रंग आयरन ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण है।
- मरुस्थलीय मिट्टी में पोटाश की प्रचुरता होती है।
- लैटेराइट मिट्टी में एल्यूमिनियम का अयस्क बॉक्साइट मिलता है।
🌐 12. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- मिट्टी का निर्माण चट्टानों के अपक्षय से होता है।
- भारत में मिट्टी विज्ञान के अध्ययन को पेडोलॉजी कहते हैं।
- मिट्टी के उर्वरता को बढ़ाने के लिए जैविक और रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है।
मिट्टी के प्रकार (Types of Soils) Quiz
1. भारत में काली मिट्टी को किस फसल के लिए उपयुक्त माना जाता है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2016)
उत्तर: (b) कपास
काली मिट्टी कपास की खेती के लिए उपयुक्त होती है, इसलिए इसे ‘रेगुर मिट्टी’ भी कहा जाता है।
2. कौन सी मिट्टी जल निकासी में कमी के कारण पानी को रोक कर रखती है? (SSC CGL परीक्षा, 2017)
उत्तर: (b) काली मिट्टी
काली मिट्टी में जल धारण क्षमता अधिक होती है और यह जल निकासी में कमी के कारण पानी को रोक कर रखती है।
3. भारत में लाल मिट्टी मुख्य रूप से किससे बनी होती है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2018)
उत्तर: (a) लोहे के ऑक्साइड से
लाल मिट्टी में लोहे के ऑक्साइड की उपस्थिति होती है, जिससे इसका रंग लाल होता है।
4. जलोढ़ मिट्टी का निर्माण किससे होता है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2019)
उत्तर: (a) पहाड़ों से बहकर आई मिट्टी से
जलोढ़ मिट्टी पहाड़ों से बहकर आई मिट्टी से बनती है और भारत में गंगा और ब्रह्मपुत्र घाटी में अधिक पाई जाती है।
5. कौन सी मिट्टी भारत के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है? (SSC CHSL परीक्षा, 2020)
उत्तर: (b) बलुई मिट्टी
बलुई मिट्टी भारत के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है और यह जल निकासी में मदद करती है।
6. भारत में काली मिट्टी किस अन्य नाम से भी जानी जाती है? (UP PCS परीक्षा, 2016)
उत्तर: (c) रेगुर मिट्टी
काली मिट्टी को रेगुर मिट्टी भी कहा जाता है और यह मुख्य रूप से कपास की खेती के लिए उपयोगी होती है।
7. लाल और पीली मिट्टी में किसकी कमी होती है? (SSC CGL परीक्षा, 2021)
उत्तर: (d) सभी उपरोक्त
लाल और पीली मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और कैल्शियम की कमी होती है, जिससे इसे उर्वरक की आवश्यकता होती है।
8. लेटराइट मिट्टी मुख्यतः किस क्षेत्र में पाई जाती है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2019)
उत्तर: (c) पहाड़ी क्षेत्र
लेटराइट मिट्टी मुख्य रूप से भारत के पहाड़ी और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है।
9. कौन सी मिट्टी जलोढ़ होती है और नदी के तटीय क्षेत्रों में पाई जाती है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2018)
उत्तर: (b) दोमट मिट्टी
दोमट मिट्टी जलोढ़ होती है और नदी के किनारे पाई जाती है, जिससे यह खेती के लिए अत्यंत उपजाऊ होती है।
10. मृदा संरक्षण किस प्रकार की मिट्टी में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2020)
उत्तर: (a) बलुई मिट्टी
बलुई मिट्टी में जल धारण क्षमता कम होती है, जिससे मृदा संरक्षण अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
11. दोमट मिट्टी किसके मिश्रण से बनती है? (SSC CHSL परीक्षा, 2021)
उत्तर: (c) बलुई और चिकनी मिट्टी
दोमट मिट्टी बलुई और चिकनी मिट्टी के मिश्रण से बनती है, जो इसे खेती के लिए उपजाऊ बनाती है।
12. कछारी मिट्टी का निर्माण किन क्षेत्रों में होता है? (UP PCS परीक्षा, 2017)
उत्तर: (a) नदी किनारे
कछारी मिट्टी मुख्यतः नदी किनारे पाई जाती है और यह जलोढ़ होती है।