भारत में ज्वालामुखी (Volcanoes in India)
बैरन द्वीप ज्वालामुखी (Barren Island Volcano)
बैरन द्वीप भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है।
- स्थिति: अंडमान सागर में पोर्ट ब्लेयर से लगभग 135 किमी पूर्व में।
- सक्रियता: 1787 में पहली बार सक्रियता दर्ज की गई और हाल ही में 2017 में विस्फोट हुआ।
- भौगोलिक विशेषताएं: यह एक स्ट्रैटोवोल्केनो है और इसका गठन टेक्टोनिक प्लेटों के संगमनी सीमा पर हुआ है।
- महत्व: वैज्ञानिकों और पर्यटकों के लिए अध्ययन और आकर्षण का केंद्र।
नारकोंडम ज्वालामुखी (Narcondam Volcano)
नारकोंडम भारत का एक सुप्त ज्वालामुखी है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास स्थित है।
- स्थिति: बैरन द्वीप से लगभग 150 किमी उत्तर-पूर्व में।
- सक्रियता: इसे सुप्त ज्वालामुखी माना जाता है और इसके हाल के विस्फोटों का कोई प्रमाण नहीं है।
- भौगोलिक विशेषताएं: यह समुद्र के ऊपर एक शंक्वाकार द्वीप के रूप में प्रकट होता है।
- महत्व: जैव विविधता और पर्यावरणीय संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण।
परीक्षापयोगी तथ्य
- बैरन द्वीप भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है।
- नारकोंडम ज्वालामुखी एक सुप्त ज्वालामुखी है, जो जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है।
- दोनों ज्वालामुखी भारत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित हैं।
- बैरन द्वीप का हालिया विस्फोट 2017 में दर्ज किया गया।
- नारकोंडम ज्वालामुखी को यूनेस्को द्वारा प्रस्तावित विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है।