Gyan Pragya
No Result
View All Result
BPSC: 71st Combined Pre Exam - Last Date: 30-06-2025 | SSC: Combined Graduate Level (CGL) - 14582 Posts - Last Date: 04-07-2025
  • Current Affairs
  • Quiz
  • History
  • Geography
  • Polity
  • Hindi
  • Economics
  • General Science
  • Environment
  • Static Gk
  • Uttarakhand
Gyan Pragya
No Result
View All Result

बहादुर शाह ज़फर (Bahadur Shah Zafar)

मुगल साम्राज्य: बहादुर शाह ज़फर (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स)

मुगल साम्राज्य: बहादुर शाह ज़फर (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स)

अबू जफर सिराजुद्दीन मुहम्मद बहादुर शाह ज़फर, जिसे आमतौर पर बहादुर शाह ज़फर या बहादुर शाह द्वितीय के नाम से जाना जाता है, मुगल साम्राज्य का चौदहवां और अंतिम शासक था। उसका शासनकाल (1837-1857 ईस्वी) भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पूर्ण प्रभुत्व और 1857 के महान विद्रोह के लिए जाना जाता है।

1. प्रारंभिक जीवन और राज्याभिषेक (Early Life and Accession)

  • जन्म: 24 अक्टूबर 1775 ईस्वी को दिल्ली में।
  • पिता: अकबर शाह द्वितीय।
  • राज्याभिषेक: अपने पिता अकबर शाह द्वितीय की मृत्यु के बाद, वह 1837 ईस्वी में दिल्ली की गद्दी पर बैठा। उस समय उसकी आयु 62 वर्ष थी।
  • स्थिति: उसके राज्याभिषेक के समय तक, मुगल बादशाह केवल नाममात्र का शासक रह गया था, जिसका अधिकार केवल दिल्ली के लाल किले तक सीमित था और वह अंग्रेजों की पेंशन पर निर्भर था।

2. शासनकाल की चुनौतियाँ (Challenges of the Reign)

बहादुर शाह ज़फर का शासनकाल ब्रिटिश प्रभुत्व और शाही सत्ता के पूर्ण क्षरण की विशेषता थी।

  • ब्रिटिश नियंत्रण: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी भारत की वास्तविक शासक बन चुकी थी। मुगल बादशाह को केवल एक पेंशनभोगी के रूप में देखा जाता था और उसकी प्रतिष्ठा लगभग समाप्त हो चुकी थी।
  • वित्तीय संकट: शाही खजाना खाली था, और बादशाह अपनी दैनिक जरूरतों के लिए भी अंग्रेजों की पेंशन पर निर्भर था।
  • मुगल सिक्कों का बंद होना: 1835 ईस्वी में ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने सिक्कों से मुगल सम्राट का नाम हटा दिया था, जिससे मुगल संप्रभुता का अंतिम प्रतीक भी समाप्त हो गया था।

3. 1857 का विद्रोह (Revolt of 1857)

बहादुर शाह ज़फर का नाम मुख्य रूप से 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा है।

  • विद्रोहियों का नेता:
    • 10 मई 1857 को मेरठ से शुरू हुए सिपाही विद्रोह के बाद, विद्रोही सैनिक दिल्ली पहुँचे।
    • 12 मई 1857 को उन्होंने बहादुर शाह ज़फर को भारत का सम्राट घोषित किया और उसे विद्रोह का नेतृत्व करने के लिए राजी किया।
    • हालांकि, वास्तविक सैन्य नेतृत्व जनरल बख्त खान के हाथों में था।
  • विद्रोह का प्रतीक: बहादुर शाह ज़फर की स्वीकृति ने विद्रोह को एक राष्ट्रीय और वैध स्वरूप प्रदान किया, क्योंकि वह मुगल वंश का अंतिम प्रतीक था। हिंदू और मुस्लिम दोनों ने उसे अपना नेता माना।
  • दिल्ली पर अंग्रेजों का पुनः कब्जा:
    • अंग्रेजों ने दिल्ली पर पुनः अधिकार करने के लिए सैन्य अभियान चलाया।
    • 20 सितंबर 1857 को अंग्रेजों ने दिल्ली पर पुनः कब्जा कर लिया।

4. गिरफ्तारी और निर्वासन (Arrest and Exile)

विद्रोह की विफलता के बाद, बहादुर शाह ज़फर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे निर्वासित कर दिया गया।

  • गिरफ्तारी: दिल्ली पर अंग्रेजों के पुनः कब्जे के बाद, बहादुर शाह ज़फर को हुमायूं के मकबरे से लेफ्टिनेंट हडसन द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया (21 सितंबर 1857)।
  • मुकदमा: उस पर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विद्रोह करने का आरोप लगाया गया और उस पर मुकदमा चलाया गया।
  • निर्वासन: उसे बर्मा (वर्तमान म्यांमार) के रंगून (यांगून) में निर्वासित कर दिया गया। उसके बेटों को उसकी आँखों के सामने मार दिया गया।

5. व्यक्तित्व और विरासत (Personality and Legacy)

  • व्यक्तित्व:
    • बहादुर शाह ज़फर एक महान उर्दू कवि और सूफी दार्शनिक था। वह ‘ज़फर’ उपनाम से कविताएँ लिखता था।
    • वह कला, साहित्य और संगीत का संरक्षक था, और उसके दरबार में मिर्जा गालिब, ज़ौक, मोमिन और दाग जैसे प्रसिद्ध कवि थे।
    • राजनीतिक रूप से वह कमजोर और असहाय था, लेकिन उसने 1857 के विद्रोह के दौरान एक प्रतीकात्मक नेता की भूमिका निभाई।
  • शायरी: उसकी शायरी में देशभक्ति, दुख और विरह की भावनाएँ स्पष्ट रूप से झलकती हैं। उसकी प्रसिद्ध गज़ल है:

    “लगता नहीं है जी मेरा उजड़े दयार में।
    किसकी बनी है आलम-ए-नापायदार में।
    उम्र-ए-दराज़ मांग कर लाए थे चार दिन।
    दो आरज़ू में कट गए, दो इंतज़ार में।”

    “न किसी की आँख का नूर हूँ, न किसी के दिल का करार हूँ।
    जो किसी के काम न आ सके, मैं वो एक मुश्त-ए-गुबार हूँ।”

  • विरासत:
    • वह मुगल साम्राज्य का अंतिम शासक था, और उसके निर्वासन के साथ ही भारत में मुगल वंश का औपचारिक अंत हो गया।
    • उसने 1857 के विद्रोह को एक राष्ट्रीय पहचान दी, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।

6. मृत्यु (Death)

  • मृत्यु: 7 नवंबर 1862 ईस्वी को रंगून (म्यांमार) में, कैद में ही उसकी मृत्यु हो गई।
  • उसे रंगून में ही एक अज्ञात कब्र में दफनाया गया।

7. निष्कर्ष (Conclusion)

बहादुर शाह ज़फर का जीवन मुगल साम्राज्य के दुखद अंत और भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के पूर्ण उदय का प्रतीक है। राजनीतिक रूप से कमजोर होने के बावजूद, 1857 के विद्रोह में उसकी प्रतीकात्मक भूमिका ने उसे भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। एक कवि के रूप में उसकी विरासत आज भी जीवित है, जो उसकी देशभक्ति और नियति के प्रति उसके दर्द को बयां करती है।

SendShare
Previous Post

अकबर शाह द्वितीय (Akbar Shah II)

Next Post

मुगल साम्राज्य का पतन (Decline of the Mughal Empire)

Related Posts

History

मुगल साम्राज्य का पतन (Decline of Mughal Empire)

May 26, 2025

मुगल साम्राज्य का पतन (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स) औरंगजेब की मृत्यु (1707 ईस्वी) के बाद मुगल साम्राज्य का तेजी से पतन...

History

भाषाई पुनर्गठन (Linguistic Reorganization)

May 26, 2025

भाषाई पुनर्गठन (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स) भाषाई पुनर्गठन (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स) भाषाई पुनर्गठन (Linguistic Reorganization) स्वतंत्र भारत के इतिहास की एक...

History

हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर मुद्दा (Hyderabad, Junagarh, Kashmir Issues)

May 26, 2025

हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर मुद्दा (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स) हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर मुद्दा (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स) हैदराबाद, जूनागढ़ और जम्मू-कश्मीर...

Next Post

मुगल साम्राज्य का पतन (Decline of the Mughal Empire)

क्षेत्रीय साहित्य और कला (Regional Literature and Art)

भारत-इस्लामी वास्तुकला (Indo-Islamic Architecture)

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhnd

स्वतंत्रता संग्राम में उत्तराखंड की भूमिका (Role of Uttarakhand in the Freedom Struggle)

June 4, 2025
Polity

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court)

May 27, 2025
Quiz

गुप्त काल: प्रशासन (Gupta Period: Administration)

May 25, 2025
uncategorized

Protected: test

May 25, 2025
Placeholder Square Image

Visit Google.com for more information.

स्वतंत्रता संग्राम में उत्तराखंड की भूमिका (Role of Uttarakhand in the Freedom Struggle)

June 4, 2025

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court)

May 27, 2025

गुप्त काल: प्रशासन (Gupta Period: Administration)

May 25, 2025

Protected: test

May 25, 2025

हिंदी लोकोक्तियाँ और उनके प्रयोग

May 24, 2025

मुहावरे और उनके अर्थ

May 24, 2025
  • Contact us
  • Disclaimer
  • Register
  • Login
  • Privacy Policy
: whatsapp us on +918057391081 E-mail: setupragya@gmail.com
No Result
View All Result
  • Home
  • Hindi
  • History
  • Geography
  • General Science
  • Uttarakhand
  • Economics
  • Environment
  • Static Gk
  • Quiz
  • Polity
  • Computer
  • Login
  • Contact us
  • Privacy Policy

© 2024 GyanPragya - ArchnaChaudhary.