राजनीतिक समाजीकरण के अभिकर्ता (UPSC/PCS केंद्रित नोट्स)
राजनीतिक समाजीकरण (Political Socialization) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से व्यक्ति राजनीतिक संस्कृति के मूल्यों, विश्वासों और व्यवहारों को सीखते और आत्मसात करते हैं। यह एक जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है जो व्यक्ति को राजनीतिक प्रणाली में उसकी भूमिकाओं के लिए तैयार करती है। इस प्रक्रिया में विभिन्न अभिकर्ता (Agents) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो व्यक्तियों के राजनीतिक दृष्टिकोण और व्यवहार को आकार देते हैं।
1. राजनीतिक समाजीकरण की अवधारणा (Concept of Political Socialization)
राजनीतिक समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से व्यक्ति राजनीतिक संस्कृति के मूल्यों, विश्वासों और व्यवहारों को सीखते हैं।
1.1. परिभाषा
- राजनीतिक समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति राजनीतिक प्रणाली के प्रति अपनी अभिवृत्तियों, विश्वासों, मूल्यों और व्यवहारों को प्राप्त करते हैं। यह एक निरंतर प्रक्रिया है जो बचपन से शुरू होकर पूरे जीवनकाल तक चलती है।
- यह व्यक्तियों को राजनीतिक प्रणाली में उनकी भूमिकाओं के लिए तैयार करती है, जिससे राजनीतिक संस्कृति का संचरण और विकास होता है।
1.2. राजनीतिक समाजीकरण के कार्य
- राजनीतिक संस्कृति का संरक्षण और संचरण (एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक मूल्यों का हस्तांतरण)।
- राजनीतिक प्रणाली में स्थिरता बनाए रखना।
- राजनीतिक प्रणाली में परिवर्तन लाना (जब नए मूल्य और दृष्टिकोण आत्मसात किए जाते हैं)।
- नागरिकों को राजनीतिक प्रणाली में उनकी भूमिकाओं के लिए तैयार करना।
2. राजनीतिक समाजीकरण के प्रमुख अभिकर्ता (Major Agents of Political Socialization)
ये अभिकर्ता व्यक्तियों के राजनीतिक दृष्टिकोण और व्यवहार को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2.1. परिवार (Family)
- यह राजनीतिक समाजीकरण का सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण अभिकर्ता है।
- परिवार बच्चों को बुनियादी राजनीतिक मूल्य, दृष्टिकोण और अधिकार व कर्तव्य की भावना प्रदान करता है।
- बच्चे परिवार के सदस्यों के राजनीतिक विचारों और व्यवहारों से प्रभावित होते हैं।
- यह राजनीतिक प्रणाली के प्रति प्रारंभिक अभिवृत्तियों का निर्माण करता है।
2.2. शैक्षिक संस्थान (Educational Institutions)
- स्कूल और कॉलेज राजनीतिक समाजीकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- वे छात्रों को नागरिक शिक्षा, देशभक्ति, संवैधानिक मूल्यों (जैसे लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, समानता) और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के बारे में सिखाते हैं।
- पाठ्यक्रम, पाठ्येतर गतिविधियाँ और स्कूल का वातावरण राजनीतिक दृष्टिकोण को प्रभावित करते हैं।
- यह छात्रों को राजनीतिक प्रणाली में उनकी भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।
2.3. समूह (Peer Groups)
- दोस्त, सहकर्मी और अन्य सामाजिक समूह (जैसे खेल समूह, पड़ोस के समूह) राजनीतिक विचारों और व्यवहारों को प्रभावित करते हैं।
- व्यक्ति अपने समूह के सदस्यों के साथ बातचीत के माध्यम से नए राजनीतिक दृष्टिकोण और मूल्य सीखते हैं।
- यह अक्सर परिवार और स्कूल के प्रभावों को सुदृढ़ या चुनौती दे सकता है।
2.4. मीडिया (Media)
- समाचार पत्र, टेलीविजन, रेडियो, इंटरनेट और सोशल मीडिया राजनीतिक समाजीकरण के शक्तिशाली अभिकर्ता हैं।
- वे राजनीतिक जानकारी प्रदान करते हैं, सार्वजनिक बहस को आकार देते हैं, और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर राय को प्रभावित करते हैं।
- मीडिया राजनीतिक घटनाओं, नेताओं और नीतियों के बारे में जानकारी प्रसारित करके लोगों के राजनीतिक दृष्टिकोण को प्रभावित करता है।
2.5. राजनीतिक दल (Political Parties)
- राजनीतिक दल अपनी विचारधाराओं, कार्यक्रमों और चुनावी अभियानों के माध्यम से लोगों को राजनीतिक रूप से समाजीकृत करते हैं।
- वे विशिष्ट राजनीतिक विचारों और नीतियों को बढ़ावा देते हैं, और अपने सदस्यों और समर्थकों को राजनीतिक प्रणाली में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं।
- वे राजनीतिक नेताओं के प्रति निष्ठा और समर्थन विकसित करने में मदद करते हैं।
2.6. दबाव समूह (Pressure Groups)
- दबाव समूह अपने सदस्यों को विशिष्ट राजनीतिक मुद्दों पर शिक्षित करते हैं और उन्हें सरकार की नीतियों को प्रभावित करने के लिए संगठित करते हैं।
- वे अपने सदस्यों को राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने और अपने हितों की वकालत करने के लिए प्रेरित करते हैं।
2.7. धार्मिक संगठन (Religious Organizations)
- धार्मिक नेता और संगठन भी राजनीतिक विचारों और व्यवहारों को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर उन समाजों में जहाँ धर्म का सार्वजनिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।
- वे नैतिक और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं जो राजनीतिक दृष्टिकोण को प्रभावित कर सकते हैं।
2.8. राज्य और सरकारी नीतियाँ (State and Government Policies)
- सरकार की नीतियाँ, कानून और कार्यक्रम भी नागरिकों के राजनीतिक दृष्टिकोण को आकार देते हैं।
- उदाहरण के लिए, कल्याणकारी योजनाएँ, आरक्षण नीतियाँ, और नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने वाली पहलें नागरिकों के राज्य के प्रति विश्वास और अपेक्षाओं को प्रभावित करती हैं।
3. राजनीतिक समाजीकरण के समक्ष चुनौतियाँ (Challenges to Political Socialization)
भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में राजनीतिक समाजीकरण के समक्ष कई चुनौतियाँ मौजूद हैं।
- जातिवाद और सांप्रदायिकता: ये कारक राष्ट्रीय पहचान पर हावी हो सकते हैं और विभाजन को बढ़ावा दे सकते हैं।
- क्षेत्रवाद: क्षेत्रीय पहचान और हितों को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखना।
- अशिक्षा और गरीबी: ये कारक राजनीतिक जागरूकता और भागीदारी को सीमित करते हैं।
- डिजिटल डिवाइड: प्रौद्योगिकी तक पहुंच में असमानता, जिससे सूचना तक पहुंच प्रभावित होती है।
- फेक न्यूज़ और दुष्प्रचार: सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचनाओं का प्रसार, जिससे राजनीतिक दृष्टिकोण विकृत हो सकते हैं।
- आंतरिक दलगत लोकतंत्र का अभाव: राजनीतिक दलों के भीतर लोकतंत्र की कमी, जिससे सदस्यों का समाजीकरण प्रभावित होता है।
4. निष्कर्ष (Conclusion)
राजनीतिक समाजीकरण एक सतत और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसके माध्यम से व्यक्ति राजनीतिक संस्कृति के मूल्यों, विश्वासों और व्यवहारों को सीखते हैं। परिवार, शैक्षिक संस्थान, समूह, मीडिया, राजनीतिक दल और दबाव समूह जैसे विभिन्न अभिकर्ता इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत जैसे विविधतापूर्ण लोकतंत्र में, एक स्वस्थ और प्रभावी राजनीतिक समाजीकरण राष्ट्रीय एकता, लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने और नागरिकों को राजनीतिक प्रणाली में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए तैयार करने के लिए आवश्यक है। जातिवाद, सांप्रदायिकता और डिजिटल डिवाइड जैसी चुनौतियों का सामना करके ही एक परिपक्व और सहभागी राजनीतिक संस्कृति का विकास संभव है।