अंटार्कटिका महाद्वीप, पृथ्वी का सबसे दक्षिणी, सबसे ठंडा, सबसे शुष्क, सबसे तेज़ हवाओं वाला और औसत ऊँचाई में सबसे ऊँचा महाद्वीप है। यह मुख्यतः एक ध्रुवीय मरुस्थल है जो बर्फ की मोटी चादर से ढका हुआ है और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए समर्पित है।
अंटार्कटिका महाद्वीप: एक विस्तृत अध्ययन
- क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा महाद्वीप।
- यहाँ कोई स्थायी मानव आबादी नहीं है, केवल विभिन्न देशों के अनुसंधान स्टेशन स्थित हैं।
- इसका लगभग 98% भाग बर्फ से ढका हुआ है।
- यह दक्षिणी महासागर से घिरा हुआ है।
- इसका प्रशासन अंटार्कटिक संधि प्रणाली के तहत होता है।
- भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव इसी महाद्वीप पर स्थित है।
- इसे “विज्ञान के लिए समर्पित महाद्वीप” भी कहा जाता है।
1. भौगोलिक स्थिति एवं विस्तार (Geographical Location and Extent)
- क्षेत्रफल: लगभग 14.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर (5.5 मिलियन वर्ग मील), जिसमें हिम-शेल्फ भी शामिल हैं। यह भारत के क्षेत्रफल का लगभग 4 गुना है।
- अवस्थिति: यह दक्षिणी ध्रुव पर केंद्रित है और लगभग पूरी तरह से अंटार्कटिक वृत्त (66.5° दक्षिण अक्षांश) के दक्षिण में स्थित है।
- सीमाएँ: यह पूरी तरह से दक्षिणी महासागर (जिसे कुछ भूगोलवेत्ता प्रशांत, अटलांटिक और हिंद महासागरों का दक्षिणी विस्तार मानते हैं) से घिरा हुआ है।
2. अंटार्कटिका की प्रमुख भौतिक विशेषताएँ (Major Physical Features)
- अंटार्कटिक हिमचादर (Antarctic Ice Sheet): पृथ्वी पर बर्फ का सबसे बड़ा एकल द्रव्यमान। यह दो मुख्य भागों में विभाजित है: पूर्वी अंटार्कटिक हिमचादर (বৃহত্তর) और पश्चिमी अंटार्कटिक हिमचादर (ক্ষুদ্রতর)। इसकी औसत मोटाई लगभग 1.9 किलोमीटर है।
- पार-अंटार्कटिक पर्वत (Transantarctic Mountains): यह पर्वत श्रृंखला पूर्वी और पश्चिमी अंटार्कटिका को विभाजित करती है, जो रॉस सागर से वेडेल सागर तक फैली हुई है।
- हिम-शेल्फ (Ice Shelves): ये बर्फ की विशाल तैरती हुई परतें हैं जो भूमि-स्थित हिमचादरों से जुड़ी होती हैं। प्रमुख हिम-शेल्फ हैं:
- रॉस हिम-शेल्फ (Ross Ice Shelf): विश्व का सबसे बड़ा हिम-शेल्फ।
- रोने-फिल्चनर हिम-शेल्फ (Ronne-Filchner Ice Shelf): दूसरा सबसे बड़ा।
- एमरी हिम-शेल्फ (Amery Ice Shelf)
- लार्सन हिम-शेल्फ (Larsen Ice Shelf): इसके कुछ हिस्से हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण टूट गए हैं।
- नूनाटक (Nunataks): बर्फ की चादर से ऊपर निकली हुई पर्वत चोटियाँ या चट्टानी उभार।
- उपहिमानी झीलें (Subglacial Lakes): बर्फ की चादर के नीचे स्थित झीलें। वोस्तोक झील (Lake Vostok) सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध है।
- अंटार्कटिक प्रायद्वीप (Antarctic Peninsula): महाद्वीप का उत्तरी विस्तार जो दक्षिण अमेरिका की ओर बढ़ा हुआ है। यह महाद्वीप का सबसे गर्म और वनस्पति युक्त क्षेत्र है।
- ज्वालामुखी (Volcanoes): यहाँ कई ज्वालामुखी हैं, जिनमें माउंट एरेबस (Mount Erebus) विश्व का सबसे दक्षिणी सक्रिय ज्वालामुखी है।
3. अंटार्कटिका की पर्वत श्रृंखलाएँ एवं शिखर (Mountain Ranges and Peaks)
क. प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएँ
- पार-अंटार्कटिक पर्वत (Transantarctic Mountains): महाद्वीप को विभाजित करने वाली मुख्य श्रृंखला।
- एल्सवर्थ पर्वत (Ellsworth Mountains): पश्चिमी अंटार्कटिका में स्थित, जिसमें महाद्वीप का सर्वोच्च शिखर है।
- प्रिंस चार्ल्स पर्वत (Prince Charles Mountains): पूर्वी अंटार्कटिका में।
- क्वीन मॉड लैंड पर्वत (Queen Maud Land Mountains)
ख. प्रमुख पर्वत शिखर
- विन्सन मैसिफ (Vinson Massif): 4,892 मीटर (16,050 फीट), अंटार्कटिका का सबसे ऊँचा शिखर। यह एल्सवर्थ पर्वत में स्थित है।
- माउंट टायरी (Mount Tyree): 4,852 मीटर, दूसरा सबसे ऊँचा शिखर।
- माउंट एरेबस (Mount Erebus): 3,794 मीटर, रॉस द्वीप पर स्थित विश्व का सबसे दक्षिणी सक्रिय ज्वालामुखी।
- माउंट सिडले (Mount Sidley): 4,285 मीटर, अंटार्कटिका का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी (निष्क्रिय)।
4. अंटार्कटिका के प्रमुख सागर एवं हिम-शेल्फ (Major Seas and Ice Shelves)
क. प्रमुख सागर (दक्षिणी महासागर के हिस्से)
- वेडेल सागर (Weddell Sea): अटलांटिक महासागर क्षेत्र में, रोने-फिल्चनर हिम-शेल्फ से सटा हुआ।
- रॉस सागर (Ross Sea): प्रशांत महासागर क्षेत्र में, रॉस हिम-शेल्फ से सटा हुआ। इसे पृथ्वी पर सबसे प्राचीन समुद्री पारिस्थितिकी तंत्रों में से एक माना जाता है।
- अमुंडसेन सागर (Amundsen Sea): पश्चिमी अंटार्कटिका में।
- बेलिंगशौसेन सागर (Bellingshausen Sea): अंटार्कटिक प्रायद्वीप के पश्चिम में।
- स्कोशिया सागर (Scotia Sea): अंटार्कटिक प्रायद्वीप और दक्षिण अमेरिका के बीच का हिस्सा, आंशिक रूप से दक्षिणी महासागर में।
ख. प्रमुख हिम-शेल्फ (पहले भी उल्लेखित)
- रॉस हिम-शेल्फ (Ross Ice Shelf)
- रोने-फिल्चनर हिम-शेल्फ (Ronne-Filchner Ice Shelf)
- एमरी हिम-शेल्फ (Amery Ice Shelf)
- लार्सन हिम-शेल्फ (Larsen Ice Shelf)
5. जलवायु एवं वनस्पति/जीव-जंतु (Climate and Flora/Fauna)
क. जलवायु
- अंटार्कटिका पृथ्वी पर सबसे ठंडा, सबसे शुष्क और सबसे हवादार महाद्वीप है। इसे ध्रुवीय मरुस्थल माना जाता है।
- यहाँ पृथ्वी का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है: वोस्तोक स्टेशन पर -89.2°C (-128.6°F)।
- तेज कैटाबैटिक हवाएँ (ठंडी, घनी हवा जो ढलान से नीचे बहती है) चलती हैं।
- वर्षा बहुत कम होती है, अधिकांशतः बर्फ के रूप में। आंतरिक भागों में वार्षिक वर्षा 50 मिमी से भी कम होती है।
ख. वनस्पति (Flora)
- अत्यंत कठोर जलवायु के कारण वनस्पति बहुत सीमित है और केवल बर्फ-मुक्त क्षेत्रों (मुख्य रूप से अंटार्कटिक प्रायद्वीप और तटीय क्षेत्रों) में पाई जाती है।
- मुख्य रूप से काई (mosses), लाइकेन (lichens), शैवाल (algae) और कुछ सूक्ष्म कवक पाए जाते हैं।
- केवल दो फूल वाले पौधे यहाँ प्राकृतिक रूप से उगते हैं: अंटार्कटिक हेयर ग्रास (Antarctic hair grass – Deschampsia antarctica) और अंटार्कटिक पर्लवॉर्ट (Antarctic pearlwort – Colobanthus quitensis)।
ग. जीव-जंतु (Fauna)
- स्थलीय जीव बहुत कम हैं (मुख्यतः सूक्ष्मजीव और अकशेरुकी जैसे स्प्रिंगटेल और माइट्स)।
- समुद्री जीवन अत्यंत समृद्ध है, जो ठंडे, पोषक तत्वों से भरपूर दक्षिणी महासागर पर निर्भर करता है।
- पेंगुइन: एम्परर, एडिली, चिनस्ट्रैप, जेंटू, मैकरोनी पेंगुइन की प्रमुख प्रजातियाँ।
- सील: वेडेल, केकड़ाखोर (Crabeater), तेंदुआ (Leopard), रॉस, दक्षिणी हाथी (Elephant) सील।
- व्हेल: ब्लू, फिन, हंपबैक, मिंके, ओर्का (किलर व्हेल)।
- समुद्री पक्षी: अल्बाट्रॉस, पेट्रेल, स्कुआ।
- क्रिल (Krill): एक छोटा क्रस्टेशियन जो अंटार्कटिक खाद्य जाल का एक प्रमुख हिस्सा है।
- यहाँ कोई देशी स्थलीय स्तनधारी नहीं हैं।
6. खनिज संसाधन (Mineral Resources)
- अंटार्कटिका में कोयला, लौह अयस्क, क्रोमियम, तांबा, सोना, निकल, प्लैटिनम और हाइड्रोकार्बन (पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस) जैसे खनिजों के भंडार होने का अनुमान है।
- पार-अंटार्कटिक पर्वतों में कोयले के बड़े भंडार हैं। प्रिंस चार्ल्स पर्वतों में लौह अयस्क पाया गया है।
- हालांकि, अंटार्कटिक संधि के पर्यावरण संरक्षण पर प्रोटोकॉल (मैड्रिड प्रोटोकॉल, 1991) के तहत वर्तमान में सभी प्रकार के खनिज खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। यह प्रतिबंध कम से कम 2048 तक प्रभावी है, जिसके बाद इसकी समीक्षा की जा सकती है।
7. वैज्ञानिक अनुसंधान एवं स्टेशन (Scientific Research and Stations)
- अंटार्कटिका एक ऐसा महाद्वीप है जो शांति और विज्ञान के लिए समर्पित है।
- विभिन्न देशों द्वारा संचालित कई वर्ष-भर चलने वाले और मौसमी अनुसंधान स्टेशन हैं। लगभग 30 देशों के वैज्ञानिक यहाँ अनुसंधान करते हैं।
- अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्र हैं: जलवायु परिवर्तन, ग्लेशियोलॉजी (हिमनद विज्ञान), खगोल विज्ञान, भूविज्ञान, जीव विज्ञान, समुद्र विज्ञान, ऊपरी वायुमंडल भौतिकी आदि।
- अंटार्कटिका पृथ्वी के अतीत की जलवायु के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है (बर्फ के कोर के माध्यम से)।
- भारत के अनुसंधान स्टेशन:
- दक्षिण गंगोत्री (Dakshin Gangotri): 1983-84 में स्थापित भारत का पहला स्टेशन। अब यह केवल एक आपूर्ति आधार और पारगमन शिविर के रूप में कार्य करता है (बर्फ के नीचे दब गया था)।
- मैत्री (Maitri): 1988-89 में स्थापित, भारत का दूसरा स्थायी स्टेशन।
- भारती (Bharati): 2012 में स्थापित, भारत का तीसरा और नवीनतम स्थायी अनुसंधान स्टेशन।
8. अंटार्कटिक संधि प्रणाली (Antarctic Treaty System)
- अंटार्कटिक संधि पर 1 दिसंबर 1959 को वाशिंगटन डी.सी. में 12 मूल हस्ताक्षरकर्ता देशों (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, चिली, फ्रांस, जापान, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, सोवियत संघ, यूनाइटेड किंगडम, और संयुक्त राज्य अमेरिका) द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। यह 23 जून 1961 को लागू हुई। भारत 1983 में इसका सदस्य बना।
- संधि के मुख्य प्रावधान:
- अंटार्कटिका का उपयोग केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
- सैन्य गतिविधियों, जैसे कि ठिकानों की स्थापना, हथियारों का परीक्षण, पर प्रतिबंध है।
- वैज्ञानिक अनुसंधान की स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया जाएगा और वैज्ञानिक सहयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- वैज्ञानिक कार्यक्रमों और परिणामों का मुक्त आदान-प्रदान होगा।
- महाद्वीप पर क्षेत्रीय दावों को स्थिर (freeze) कर दिया गया है (न तो मान्यता दी गई है और न ही अस्वीकार किया गया है)।
- परमाणु विस्फोट और रेडियोधर्मी कचरे के निपटान पर प्रतिबंध है।
- पर्यावरण संरक्षण पर प्रोटोकॉल (मैड्रिड प्रोटोकॉल): 1991 में अपनाया गया और 1998 में लागू हुआ। यह अंटार्कटिका को “शांति और विज्ञान के लिए समर्पित एक प्राकृतिक रिजर्व” के रूप में नामित करता है और इसके पर्यावरण की व्यापक सुरक्षा प्रदान करता है। इसने खनिज गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगाया।
9. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- अंटार्कटिका की बर्फ की चादर में विश्व का लगभग 70% ताजा पानी जमा है।
- यदि अंटार्कटिका की सारी बर्फ पिघल जाए, तो वैश्विक समुद्र स्तर में लगभग 60 मीटर (200 फीट) की वृद्धि हो सकती है।
- ओजोन छिद्र की घटना सबसे पहले अंटार्कटिका के ऊपर देखी गई थी।
- दक्षिणी चुंबकीय ध्रुव अंटार्कटिका के तट से दूर या इसके भीतर स्थित है (भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव से भिन्न)।
- यहाँ कोई मूल मानव आबादी नहीं है, और न ही इसका कोई स्थायी राजनीतिक संप्रभुता है।
- अंटार्कटिक अभिसरण (Antarctic Convergence) एक महत्वपूर्ण समुद्री सीमा है जहाँ ठंडा अंटार्कटिक जल गर्म उप-अंटार्कटिक जल से मिलता है, जिससे समुद्री उत्पादकता बढ़ती है।
- “अंटार्कटिका” नाम ग्रीक शब्द “अंटार्कटिकोस” (antarktikos) से आया है, जिसका अर्थ है “आर्कटिक के विपरीत”।