स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (Health and Family Welfare)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण किसी भी देश के विकास और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए अनेक योजनाएँ और कार्यक्रम संचालित करती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय
भारत में स्वास्थ्य से संबंधित नीतियों और कार्यक्रमों के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय जिम्मेदार है। यह मंत्रालय दो विभागों में विभाजित है:
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग
- स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग
प्रमुख राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम
- आयुष्मान भारत योजना: दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना है।
- मिशन इंद्रधनुष: बच्चों को 12 वैक्सीन-निवारक बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम।
- जननी सुरक्षा योजना: मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM): ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना।
परिवार कल्याण कार्यक्रम
परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं:
- परिवार नियोजन सेवाएँ
- प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएँ
- युवाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम
महिला और बाल स्वास्थ्य
- राष्ट्रीय मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम: गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना।
- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम: नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल।
- पोषण अभियान: कुपोषण को कम करने के लिए राष्ट्रीय पहल।
बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण
- एचआईवी/एड्स नियंत्रण कार्यक्रम
- क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम
- मलेरिया और डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम
- कोविड-19 प्रबंधन और टीकाकरण अभियान
आयुष (AYUSH)
आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय कार्यरत है।
स्वच्छ भारत अभियान
स्वच्छता और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए यह मिशन शुरू किया गया है, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता सुविधाओं का विकास शामिल है।
चुनौतियाँ
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
- कुपोषण और अनाज की कमी
- बढ़ती जनसंख्या और संसाधनों की कमी
- गैर-संक्रामक रोगों का बढ़ना
निष्कर्ष
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के क्षेत्र में निरंतर सुधार के लिए सरकार और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाना और जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है।