उत्तराखंड की भूमि ने विभिन्न क्षेत्रों में ऐसी अनेक विभूतियों को जन्म दिया है, जिन्होंने अपने असाधारण योगदान से न केवल राज्य का, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। इन विशिष्ट उपलब्धियों और सेवाओं के लिए उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों एवं सम्मानों से नवाजा गया है।
उत्तराखंड के पुरस्कार और सम्मान: एक सिंहावलोकन
- उत्तराखंड की विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से लेकर पद्म पुरस्कारों तक से सम्मानित किया गया है।
- साहित्य, कला, विज्ञान, समाज सेवा, खेल और शौर्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखंड के निवासियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
- पंडित गोविंद बल्लभ पंत उत्तराखंड से भारत रत्न पाने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं।
- राज्य सरकार भी विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करती है।
1. राष्ट्रीय नागरिक सम्मान (National Civilian Awards)
क. भारत रत्न (Bharat Ratna)
यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- पंडित गोविंद बल्लभ पंत: 1957 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और भारत के गृह मंत्री के रूप में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए।
ख. पद्म विभूषण (Padma Vibhushan)
यह भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- डॉ. घनानंद पांडे: 1969 में विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में।
- सुंदरलाल बहुगुणा: 2009 में समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में।
- जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत): 2022 में सिविल सेवा (भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ)।
ग. पद्म भूषण (Padma Bhushan)
यह भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- सुमित्रानंदन पंत: 1961 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में।
- कमलेन्दुमति शाह: 1958 में समाज सेवा के क्षेत्र में। (टिहरी की महारानी और सांसद)
- चंडी प्रसाद भट्ट: 2005 में समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में।
- अभिनव बिंद्रा: 2009 में खेल (निशानेबाजी) के क्षेत्र में।
- बछेंद्री पाल: 2019 में खेल (पर्वतारोहण) के क्षेत्र में।
- अनिल प्रकाश जोशी: 2020 में समाज सेवा और पर्यावरण के क्षेत्र में। (HESCO के संस्थापक)
घ. पद्म श्री (Padma Shri)
यह भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। उत्तराखंड की अनेक विभूतियों को यह सम्मान प्राप्त हुआ है, जिनमें कुछ प्रमुख नाम हैं:
- साहित्य एवं शिक्षा: लीलाधर जगूड़ी, मंगलेश डबराल, रस्किन बॉन्ड, शेखर पाठक, प्रसून जोशी (गीतकार भी)।
- कला: नरेंद्र सिंह नेगी (लोक गायन), बसंती बिष्ट (जागर गायिका), प्रीतम भरतवाण (जागर गायक), माधुरी बड़थ्वाल (लोक संगीत)।
- खेल: जसपाल राणा, मधुमिता बिष्ट, चंद्रप्रभा ऐतवाल, लवराज सिंह धर्मशत्तू, वंदना कटारिया।
- समाज सेवा एवं पर्यावरण: दीप जोशी, अवधेश कौशल, कल्याण सिंह रावत ‘मैती’, डॉ. योगी एरन (प्लास्टिक सर्जरी)।
- विज्ञान एवं अभियांत्रिकी: डॉ. आदित्य नारायण पुरोहित, डॉ. देवी दत्त शर्मा।
- अन्य: डॉ. अनिल जोशी (HESCO), डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय (ऑर्थोपेडिक सर्जन)।
2. शौर्य पुरस्कार (Gallantry Awards)
उत्तराखंड की वीरभूमि ने देश को अनेक बहादुर सैनिक दिए हैं, जिन्हें उनकी असाधारण वीरता के लिए सम्मानित किया गया है। (विस्तृत जानकारी के लिए “उत्तराखंड की शौर्य परम्परा” नोट्स देखें)।
- परमवीर चक्र: मेजर सोमनाथ शर्मा (प्रथम), मेजर शैतान सिंह।
- अशोक चक्र: भवानी दत्त जोशी, लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह, मेजर सुधीर कुमार वालिया।
- विक्टोरिया क्रॉस: दरबान सिंह नेगी, गबर सिंह नेगी।
- इनके अतिरिक्त महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र प्राप्त करने वाले भी अनेक वीर उत्तराखंड से हैं।
3. खेल पुरस्कार (Sports Awards)
उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। (विस्तृत जानकारी के लिए “उत्तराखंड के खेल और खिलाड़ी” नोट्स देखें)।
क. राष्ट्रीय खेल पुरस्कार
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (पूर्व नाम: राजीव गांधी खेल रत्न):
- अभिनव बिंद्रा (2001, निशानेबाजी)
- अर्जुन पुरस्कार:
- पर्वतारोहण: बछेंद्री पाल, चंद्रप्रभा ऐतवाल, हर्षमणि नौटियाल, हुकुम सिंह रावत।
- निशानेबाजी: जसपाल राणा, अभिनव बिंद्रा।
- बैडमिंटन: मधुमिता बिष्ट, लक्ष्य सेन।
- मुक्केबाजी: पदम बहादुर मल्ल (प्रथम उत्तराखंडी)।
- हॉकी: वंदना कटारिया।
- द्रोणाचार्य पुरस्कार:
- हरी सिंह थापा (2013, मुक्केबाजी, उत्तराखंड के प्रथम)।
- जसपाल राणा (निशानेबाजी)।
- तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार: चंद्रप्रभा ऐतवाल, लवराज सिंह धर्मशत्तू, सविता कंसवाल (मरणोपरांत) आदि।
4. साहित्य पुरस्कार (Literary Awards)
उत्तराखंड के साहित्यकारों ने अपनी लेखनी से हिंदी और क्षेत्रीय साहित्य को समृद्ध किया है।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार:
- सुमित्रानंदन पंत (1968) – कृति: “चिदंबरा” (हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार)।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार:
- सुमित्रानंदन पंत (1960) – कृति: “कला और बूढ़ा चाँद” (कविता-संग्रह)।
- रस्किन बॉन्ड (1992) – कृति: “Our Trees Still Grow in Dehra” (अंग्रेजी)।
- लीलाधर जगूड़ी (1997) – कृति: “अनुभव के आकाश में चाँद” (कविता-संग्रह)।
- मंगलेश डबराल (2000) – कृति: “हम जो देखते हैं” (कविता-संग्रह)।
- वीरेन डंगवाल (2004) – कृति: “दुष्चक्र में स्रष्टा” (कविता-संग्रह)।
- मनोहर श्याम जोशी (2005) – कृति: “कसप” (उपन्यास)।
- रमेश चंद्र शाह (2014) – कृति: “विनायक” (उपन्यास)।
- व्यास सम्मान:
- लीलाधर जगूड़ी (2018) – कृति: “जितने लोग उतने प्रेम” (कविता-संग्रह)।
5. राज्य स्तरीय पुरस्कार (State Level Awards)
उत्तराखंड सरकार द्वारा भी विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
- उत्तराखंड रत्न: यह राज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। (प्रारंभ 2016, हालांकि नियमित रूप से नहीं दिया गया)।
- देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार: खिलाड़ियों के लिए राज्य का सर्वोच्च खेल सम्मान।
- देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार: उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए।
- लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार (खेल): खेलों में दीर्घकालिक योगदान के लिए।
- शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार: उत्कृष्ट शिक्षकों के लिए।
- तीलू रौतेली पुरस्कार: विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं के लिए।
- उत्तराखंड गौरव सम्मान: विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए।
- इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट पुरस्कार दिए जाते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
उत्तराखंड की धरती ने अनेक ऐसे रत्नों को जन्म दिया है जिन्होंने अपनी प्रतिभा और समर्पण से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। इन पुरस्कारों और सम्मानों से न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों को मान्यता मिलती है, बल्कि यह राज्य की युवा पीढ़ी को भी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करता है।