उत्तराखंड की जनसांख्यिकीय विशेषताएँ राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास, योजना निर्माण और संसाधनों के आवंटन को समझने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह खंड 2011 की जनगणना के आँकड़ों पर आधारित है, जो उत्तराखंड की जनसंख्या संरचना, वितरण और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डालता है, साथ ही राष्ट्रीय औसत और प्रमुख राज्यों से तुलना भी प्रस्तुत करता है।
उत्तराखंड की जनसांख्यिकीय विशेषताएँ (जनगणना 2011)
- भारत में जनगणना की शुरूआत लॉर्ड मेयो (1872) के काल में हुई, जबकि दशकीय जनगणना लॉर्ड रिपन (1881) के काल से प्रारंभ हुई।
- 2011 की जनगणना भारत की 15वीं और स्वतंत्र भारत की 7वीं जनगणना थी।
- उत्तराखंड की जनसंख्या भारत की कुल जनसंख्या (121.08 करोड़) का 0.83% है।
- राज्य का जनसंख्या घनत्व 189 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 382 है।
1. कुल जनसंख्या (Total Population)
- राज्य की कुल जनसंख्या (2011): 1,00,86,292 (भारत की कुल जनसंख्या का 0.83%)
- पुरुष जनसंख्या: 51,37,773 (50.93%)
- महिला जनसंख्या: 49,48,519 (49.07%)
- 0-6 वर्ष आयु वर्ग की जनसंख्या: 13,55,814
- सर्वाधिक जनसंख्या वाले जिले (उत्तराखंड):
- हरिद्वार (18,90,422)
- देहरादून (16,96,694)
- ऊधम सिंह नगर (16,48,902)
- न्यूनतम जनसंख्या वाले जिले (उत्तराखंड):
- रुद्रप्रयाग (2,42,285)
- चम्पावत (2,59,648)
- बागेश्वर (2,59,898)
- भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाले राज्य:
- उत्तर प्रदेश
- महाराष्ट्र
- बिहार
- भारत में न्यूनतम जनसंख्या वाले राज्य/केंद्र शासित प्रदेश:
- लक्षद्वीप
- दमन और दीव
- दादरा और नगर हवेली (राज्यों में सिक्किम सबसे कम)
2. दशकीय वृद्धि दर (Decadal Growth Rate) (2001-2011)
- राज्य की दशकीय वृद्धि दर: 18.81% (राष्ट्रीय औसत: 17.70%)
- दशकीय वृद्धि दर की दृष्टि से देश में स्थान (राज्य/केंद्र शासित प्रदेश): 18वाँ
- सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर वाले जिले (उत्तराखंड):
- ऊधम सिंह नगर (33.45%)
- देहरादून (32.33%)
- न्यूनतम (ऋणात्मक) दशकीय वृद्धि दर वाले जिले (उत्तराखंड):
- पौड़ी गढ़वाल (-1.41%)
- अल्मोड़ा (-1.28%)
- भारत में सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर वाले राज्य/केंद्र शासित प्रदेश:
- दादरा और नगर हवेली
- दमन और दीव (राज्यों में मेघालय)
- भारत में न्यूनतम दशकीय वृद्धि दर वाले राज्य/केंद्र शासित प्रदेश:
- नागालैंड (ऋणात्मक)
- केरल
3. लिंगानुपात (Sex Ratio)
- राज्य का लिंगानुपात: 963 (राष्ट्रीय औसत: 943)
- शिशु लिंगानुपात (0-6 वर्ष): 890 (राष्ट्रीय औसत: 919)
- लिंगानुपात की दृष्टि से देश में स्थान (राज्य/केंद्र शासित प्रदेश): 13वाँ
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले (उत्तराखंड):
- अल्मोड़ा (1139)
- रुद्रप्रयाग (1114)
- न्यूनतम लिंगानुपात वाले जिले (उत्तराखंड):
- हरिद्वार (880)
- देहरादून (902)
- भारत में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: केरल (1084)
- भारत में न्यूनतम लिंगानुपात वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: दमन और दीव (618) (राज्यों में हरियाणा (879))
- भारत में सर्वाधिक शिशु लिंगानुपात वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: अरुणाचल प्रदेश (972)
- भारत में न्यूनतम शिशु लिंगानुपात वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: हरियाणा (834)
4. जनघनत्व (Population Density)
- राज्य का जनघनत्व: 189 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
- राष्ट्रीय जनघनत्व: 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
- जनघनत्व की दृष्टि से देश में स्थान (राज्य/केंद्र शासित प्रदेश): 25वाँ
- सर्वाधिक जनघनत्व वाले जिले (उत्तराखंड):
- हरिद्वार (801)
- ऊधम सिंह नगर (649)
- न्यूनतम जनघनत्व वाले जिले (उत्तराखंड):
- उत्तरकाशी (41)
- चमोली (49)
- भारत में सर्वाधिक जनघनत्व वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: दिल्ली (NCT) (राज्यों में बिहार (1106))
- भारत में न्यूनतम जनघनत्व वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: अरुणाचल प्रदेश (17)
5. साक्षरता दर (Literacy Rate)
- राज्य की कुल साक्षरता दर: 78.82% (राष्ट्रीय औसत: 74.04%)
- पुरुष साक्षरता दर (उत्तराखंड): 87.40% (राष्ट्रीय औसत पुरुष: 82.14%)
- महिला साक्षरता दर (उत्तराखंड): 70.00% (राष्ट्रीय औसत महिला: 65.46%)
- औसत साक्षरता में देश में स्थान (राज्य/केंद्र शासित प्रदेश): 17वाँ
- सर्वाधिक साक्षरता दर वाला जिला (उत्तराखंड): देहरादून (84.25%)
- न्यूनतम साक्षरता दर वाला जिला (उत्तराखंड): ऊधम सिंह नगर (73.10%)
- भारत में सर्वाधिक साक्षरता दर वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: केरल (94.0%)
- भारत में न्यूनतम साक्षरता दर वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: बिहार (61.8%)
6. ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या (Rural and Urban Population)
- ग्रामीण जनसंख्या (उत्तराखंड): 69.77% (राष्ट्रीय औसत ग्रामीण: 68.84%)
- नगरीय जनसंख्या (उत्तराखंड): 30.23% (राष्ट्रीय औसत नगरीय: 31.16%)
- सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाले जिले (उत्तराखंड, प्रतिशत में):
- देहरादून (55.52%)
- नैनीताल (38.94%)
- भारत में सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला राज्य (प्रतिशत में): गोवा (62.17%) (केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली (NCT) (97.5%))
- भारत में सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या वाला राज्य (प्रतिशत में): हिमाचल प्रदेश (89.97%)
7. अनुसूचित जाति (SC) जनसंख्या
- राज्य में SC जनसंख्या: 18.8% (राष्ट्रीय औसत SC: 16.6%)
- सर्वाधिक SC जनसंख्या प्रतिशत वाला जिला (उत्तराखंड): बागेश्वर (27.73%)
- भारत में सर्वाधिक SC जनसंख्या प्रतिशत वाला राज्य: पंजाब (31.9%)
8. अनुसूचित जनजाति (ST) जनसंख्या
- राज्य में ST जनसंख्या: 2.9% (राष्ट्रीय औसत ST: 8.6%)
- सर्वाधिक ST जनसंख्या प्रतिशत वाला जिला (उत्तराखंड): ऊधम सिंह नगर (7.46%)
- भारत में सर्वाधिक ST जनसंख्या प्रतिशत वाला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश: लक्षद्वीप (94.8%) (राज्यों में मिजोरम (94.4%))
निष्कर्ष (Conclusion)
उत्तराखंड की जनसांख्यिकीय विशेषताएँ इसके पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के बीच स्पष्ट अंतर दर्शाती हैं। जनसंख्या वितरण, घनत्व, साक्षरता और लिंगानुपात जैसे संकेतक राज्य के विकास की योजना बनाने और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए महत्वपूर्ण आधार प्रदान करते हैं। राष्ट्रीय औसत और अन्य राज्यों के साथ तुलना करने पर राज्य की विशिष्ट प्रवृत्तियों और सुधार के क्षेत्रों को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है।