विभिन्न गद्य विधाएँ: निबंध, कहानी, उपन्यास, नाटक, यात्रा-वृत्तांत – व्यापक नोट्स
परिचय
गद्य साहित्य में विविध विधाएँ होती हैं, जिनके माध्यम से लेखक अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को अभिव्यक्त करते हैं। ये विधाएँ साहित्य को समृद्ध बनाती हैं और पाठकों को विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी और मनोरंजन प्रदान करती हैं। इस मार्गदर्शिका में हम निबंध, कहानी, उपन्यास, नाटक और यात्रा-वृत्तांत की चर्चा करेंगे, साथ ही उनके प्रकार, प्रमुख लेखकों और उनकी रचनाओं का भी उल्लेख करेंगे।
1. निबंध (Essay)
परिभाषा
निबंध एक साहित्यिक विधा है जिसमें लेखक किसी विषय पर अपने विचारों, भावनाओं और विश्लेषण को संक्षेप में प्रस्तुत करता है। यह विषय के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करता है और पाठकों को नए दृष्टिकोण प्रदान करता है।
प्रकार
- आत्मकथात्मक निबंध: लेखक अपने जीवन के अनुभवों का वर्णन करता है।
- वर्णनात्मक निबंध: किसी घटना, स्थान या वस्तु का विवरण।
- विचारात्मक निबंध: किसी विषय पर विचार और तर्क प्रस्तुत किए जाते हैं।
- आलोचनात्मक निबंध: किसी रचना या विचार की समीक्षा और आलोचना।
- व्यंग्यात्मक निबंध: व्यंग्य के माध्यम से समाज की कमियों पर प्रहार।
विशेषताएँ
- संक्षिप्तता: निबंध सामान्यतः छोटे आकार का होता है।
- व्यक्तिपरकता: लेखक के व्यक्तिगत विचारों और भावनाओं का प्रतिबिंब।
- विविधता: विभिन्न विषयों पर लिखा जा सकता है – सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आदि।
- शैली: सरल, स्पष्ट और प्रभावी भाषा का प्रयोग।
प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएँ
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल:
- मुख्य रचनाएँ: चिंतामणि, रस मीमांसा
- विशेषता: उनके निबंधों में मनोवैज्ञानिक और दार्शनिक दृष्टिकोण मिलता है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी:
- मुख्य रचनाएँ: अशोक के फूल, कुटज
- विशेषता: सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों का विश्लेषण।
- महादेवी वर्मा:
- मुख्य रचनाएँ: अतीत के चलचित्र, पथ के साथी
- विशेषता: कोमलता और संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति।
उदाहरण
महादेवी वर्मा का निबंध “गिल्लू”: इस निबंध में एक गिलहरी और लेखक के बीच के संबंध को दर्शाया गया है। इसमें करुणा, प्रेम और संवेदनशीलता का चित्रण है।
2. कहानी (Short Story)
परिभाषा
कहानी एक संक्षिप्त गद्य रचना है जिसमें एक या कुछ पात्रों के माध्यम से एक घटना या अनुभव को प्रस्तुत किया जाता है। इसका उद्देश्य पाठक को मनोरंजन के साथ-साथ संदेश प्रदान करना होता है।
प्रकार
- यथार्थवादी कहानी: वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित।
- प्रेम कहानी: प्रेम संबंधों को केंद्र में रखकर।
- प्रेत कथा: अलौकिक और रहस्यमय तत्वों का समावेश।
- व्यंग्य कथा: सामाजिक कमियों पर व्यंग्य।
- लोक कथा: लोक परंपराओं और मान्यताओं पर आधारित।
विशेषताएँ
- संक्षिप्तता: उपन्यास की तुलना में छोटा आकार।
- केंद्रित कथा: एक मुख्य घटना या विचार पर केंद्रित।
- पात्र चित्रण: सीमित पात्रों का गहन चित्रण।
- प्लॉट: आरंभ, मध्य और अंत का स्पष्ट विभाजन।
प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएँ
- मुंशी प्रेमचंद:
- मुख्य रचनाएँ: कफन, पूस की रात, ईदगाह
- विशेषता: ग्रामीण जीवन और सामाजिक समस्याओं का यथार्थवादी चित्रण।
- जयशंकर प्रसाद:
- मुख्य रचनाएँ: छोटा जादूगर, पुरस्कार
- विशेषता: भावुकता और मानवीय मूल्यों का चित्रण।
उदाहरण
मुंशी प्रेमचंद की कहानी “ईदगाह”: यह कहानी एक छोटे बच्चे हामिद की है जो ईद के मेले में अपने लिए कुछ खरीदने के बजाय अपनी दादी के लिए चिमटा खरीदता है। यह त्याग और प्रेम की उत्कृष्ट कहानी है।
3. उपन्यास (Novel)
परिभाषा
उपन्यास एक विस्तृत गद्य रचना है जिसमें कहानी, पात्र, घटनाएँ और वातावरण का विस्तृत चित्रण होता है। यह सामाजिक, राजनीतिक, ऐतिहासिक या मनोवैज्ञानिक विषयों पर आधारित हो सकता है।
प्रकार
- सामाजिक उपन्यास: समाज की समस्याओं और संरचना का चित्रण।
- ऐतिहासिक उपन्यास: ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित।
- प्रेम उपन्यास: प्रेम कहानियों को केंद्र में रखकर।
- मनोवैज्ञानिक उपन्यास: पात्रों के मानसिक संघर्षों का चित्रण।
- रहस्य और रोमांच उपन्यास: रहस्यपूर्ण और रोमांचक घटनाओं का समावेश।
विशेषताएँ
- विस्तृतता: लंबा आकार, विस्तृत प्लॉट।
- पात्रों की बहुलता: मुख्य और सहायक पात्रों का विकास।
- वातावरण: समय और स्थान का विस्तार से वर्णन।
- विषय विविधता: विभिन्न विषयों पर आधारित।
प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएँ
- मुंशी प्रेमचंद:
- मुख्य रचनाएँ: गोदान, गबन, निर्मला
- विशेषता: सामाजिक समस्याओं का यथार्थवादी चित्रण।
- भगवतीचरण वर्मा:
- मुख्य रचनाएँ: चित्रलेखा
- विशेषता: दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक विचारों का समावेश।
- फणीश्वरनाथ रेणु:
- मुख्य रचनाएँ: मैला आंचल
- विशेषता: ग्रामीण जीवन का सजीव चित्रण।
उदाहरण
मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास “गोदान”: यह उपन्यास एक किसान होरी की कहानी है जो अपनी आर्थिक और सामाजिक समस्याओं से जूझता है। इसमें ग्रामीण जीवन और शोषण का मार्मिक चित्रण है।
4. नाटक (Drama)
परिभाषा
नाटक एक साहित्यिक विधा है जो मंच पर प्रदर्शन के लिए लिखी जाती है। इसमें संवादों के माध्यम से कहानी प्रस्तुत की जाती है। नाटक का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश प्रदान करना होता है।
प्रकार
- ट्रैजेडी (दु:खांत नाटक): दुखद अंत वाली कहानियाँ।
- कॉमेडी (हास्य नाटक): हास्य और मनोरंजन प्रधान।
- सामाजिक नाटक: सामाजिक समस्याओं पर आधारित।
- ऐतिहासिक नाटक: ऐतिहासिक घटनाओं और पात्रों पर आधारित।
- मनोवैज्ञानिक नाटक: पात्रों के मानसिक संघर्षों का चित्रण।
विशेषताएँ
- संवाद प्रधान: कहानी संवादों के माध्यम से आगे बढ़ती है।
- पात्रों की उपस्थिति: विभिन्न पात्रों के माध्यम से कहानी का विकास।
- मंचीय प्रस्तुति: नाटक को मंच पर प्रदर्शित किया जाता है।
- कथानक: स्पष्ट शुरुआत, मध्य और अंत।
प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएँ
- मोहन राकेश:
- मुख्य रचनाएँ: आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस
- विशेषता: आधुनिक नाटक के प्रवर्तक, मानवीय संबंधों का विश्लेषण।
- जयशंकर प्रसाद:
- मुख्य रचनाएँ: ध्रुवस्वामिनी, चंद्रगुप्त
- विशेषता: ऐतिहासिक और पौराणिक विषयों पर आधारित।
- भारतेन्दु हरिश्चंद्र:
- मुख्य रचनाएँ: अंधेर नगरी, भारत दुर्दशा
- विशेषता: सामाजिक व्यंग्य और राष्ट्रप्रेम।
उदाहरण
मोहन राकेश का नाटक “आषाढ़ का एक दिन”: यह नाटक महाकवि कालिदास के जीवन पर आधारित है और उनके प्रेम, त्याग और संघर्ष को दर्शाता है। इसमें मानवीय संबंधों की गहनता का चित्रण है।
5. यात्रा-वृत्तांत (Travelogue)
परिभाषा
यात्रा-वृत्तांत एक साहित्यिक विधा है जिसमें लेखक अपनी यात्रा के अनुभवों को वर्णनात्मक रूप में प्रस्तुत करता है। इसमें स्थान, लोग, संस्कृति और अनुभवों का विवरण होता है।
प्रकार
- भौगोलिक यात्रा-वृत्तांत: स्थानों और प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन।
- सांस्कृतिक यात्रा-वृत्तांत: विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का परिचय।
- ऐतिहासिक यात्रा-वृत्तांत: ऐतिहासिक स्थलों का विवरण।
- आध्यात्मिक यात्रा-वृत्तांत: तीर्थ स्थलों और आध्यात्मिक अनुभवों का वर्णन।
- व्यक्तिगत अनुभव आधारित यात्रा-वृत्तांत: लेखक के व्यक्तिगत अनुभवों का समावेश।
विशेषताएँ
- विवरणात्मक शैली: स्थानों और घटनाओं का विस्तार से वर्णन।
- व्यक्तिगत अनुभव: लेखक के व्यक्तिगत अनुभव और भावनाएँ।
- सांस्कृतिक विवरण: विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का परिचय।
- प्रेरणादायक: पाठकों को यात्रा के लिए प्रेरित करना।
प्रमुख लेखक और उनकी रचनाएँ
- राहुल सांकृत्यायन:
- मुख्य रचनाएँ: मेरी लद्दाख यात्रा, दार्जिलिंग परिचय
- विशेषता: यात्राओं के माध्यम से ज्ञान का संकलन।
- यतीन्द्र मोहन सेनगुप्त:
- मुख्य रचनाएँ: अफ्रीका के जंगलों में
- विशेषता: विदेश यात्राओं का सजीव वर्णन।
उदाहरण
राहुल सांकृत्यायन की “मेरी लद्दाख यात्रा”: इस यात्रा-वृत्तांत में लेखक ने लद्दाख के प्राकृतिक सौंदर्य, वहाँ की संस्कृति और लोगों के बारे में विस्तार से बताया है। यह पाठकों को लद्दाख की यात्रा के लिए प्रेरित करता है।
परीक्षा में भ्रमित करने वाले बिंदु और छात्रों के लिए सुझाव
गद्य विधाओं से संबंधित कुछ ऐसे बिंदु हैं जो परीक्षा में अक्सर भ्रम पैदा करते हैं, साथ ही कुछ महत्वपूर्ण सुझाव:
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विधाओं के बीच सूक्ष्म अंतर:
कहानी और उपन्यास में अंतर: कहानी संक्षिप्त होती है, एक घटना पर केंद्रित होती है, जबकि उपन्यास विस्तृत होता है, कई घटनाओं और पात्रों का चित्रण करता है।
निबंध और अन्य विधाओं में अंतर: निबंध में लेखक के व्यक्तिगत विचार और विश्लेषण प्रमुख होते हैं, जबकि कहानी/उपन्यास में कथा और पात्रों का विकास। -
एक लेखक की विभिन्न विधाओं में रचनाएँ:
कई लेखक एक से अधिक गद्य विधाओं में लिखते हैं (जैसे प्रेमचंद ने कहानी और उपन्यास दोनों लिखे)। इसलिए, केवल लेखक का नाम देखकर विधा का अनुमान न लगाएँ, बल्कि रचना के नाम और उसकी प्रकृति पर ध्यान दें। -
विशेषताओं का सटीक पहचानना:
किसी रचना को पढ़कर उसकी मुख्य विशेषताओं (जैसे संक्षिप्तता, विस्तृतता, संवाद प्रधानता, व्यक्तिगत अनुभव) के आधार पर उसकी विधा को पहचानना सीखें। -
उदाहरणों का सही वर्गीकरण:
परीक्षा में अक्सर रचना का नाम देकर उसकी विधा पूछी जाती है। इसके लिए प्रमुख लेखकों और उनकी प्रसिद्ध रचनाओं को उनकी विधा के साथ याद रखना महत्वपूर्ण है।
उदाहरण: ‘गोदान’ उपन्यास है, ‘ईदगाह’ कहानी है, ‘आषाढ़ का एक दिन’ नाटक है। -
उद्देश्य और संदेश:
प्रत्येक विधा का अपना एक विशिष्ट उद्देश्य होता है (जैसे नाटक का मंचन, यात्रा-वृत्तांत का अनुभव साझा करना)। इसे समझने से भी विधा की पहचान में मदद मिलती है।
छात्रों के लिए सामान्य सुझाव
- विविध गद्य विधाओं का अध्ययन करें: निबंध, कहानी, उपन्यास, नाटक और यात्रा-वृत्तांत की विशेषताओं और प्रकारों को समझें।
- प्रमुख रचनाओं को पढ़ें: विभिन्न लेखकों की प्रमुख रचनाओं का अध्ययन करें। कम से कम प्रत्येक विधा के 2-3 प्रमुख लेखकों और उनकी 2-3 रचनाओं को याद रखें।
- स्वयं से लेखन का प्रयास करें: विभिन्न विधाओं में लिखने का प्रयास करें। इससे आपको उनकी संरचना और विशेषताओं को समझने में मदद मिलेगी।
- समीक्षा करें: पढ़ी गई रचनाओं की समीक्षा करें और उनके मुख्य बिंदुओं को समझें। यह आपको विधाओं के अंतर को स्पष्ट करने में सहायक होगा।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें: इससे आपको परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार का अनुमान होगा।
निष्कर्ष
गद्य विधाएँ हिंदी साहित्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हमें विभिन्न रूपों में ज्ञान और मनोरंजन प्रदान करती हैं। प्रत्येक विधा की अपनी विशिष्ट पहचान, उद्देश्य और संरचना होती है। इन विधाओं की गहरी समझ, उनके प्रमुख लेखकों और रचनाओं का ज्ञान, और उनके बीच के सूक्ष्म अंतरों को पहचानना परीक्षा में सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक है। नियमित अध्ययन और अभ्यास से आप इस विषय पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकते हैं।
विभिन्न गद्य विधाएँ – क्विज़
अपनी तैयारी परखें
विभिन्न गद्य विधाओं से संबंधित इन प्रश्नों के उत्तर देकर अपनी समझ को मजबूत करें। प्रत्येक प्रश्न के बाद सही उत्तर दिया गया है।
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1. गद्य साहित्य की वह विधा जिसमें लेखक किसी विषय पर अपने विचारों, भावनाओं और विश्लेषण को संक्षेप में प्रस्तुत करता है, क्या कहलाती है?
उत्तर: C) निबंध
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2. ‘चिंतामणि’ और ‘रस मीमांसा’ किस प्रसिद्ध निबंधकार की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
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3. ‘अशोक के फूल’ और ‘कुटज’ किस निबंधकार की प्रमुख रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) हजारी प्रसाद द्विवेदी
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4. ‘गिल्लू’ किस विधा की रचना है और इसकी लेखिका कौन हैं?
उत्तर: B) निबंध, महादेवी वर्मा
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5. गद्य की वह संक्षिप्त रचना जिसमें एक या कुछ पात्रों के माध्यम से एक घटना या अनुभव को प्रस्तुत किया जाता है, क्या कहलाती है?
उत्तर: C) कहानी
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6. ‘कफन’, ‘पूस की रात’ और ‘ईदगाह’ किस प्रसिद्ध कहानीकार की रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) मुंशी प्रेमचंद
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7. ‘छोटा जादूगर’ और ‘पुरस्कार’ किस कहानीकार की प्रमुख रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) जयशंकर प्रसाद
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8. ‘ईदगाह’ कहानी का मुख्य पात्र कौन है?
उत्तर: B) हामिद
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9. गद्य की वह विस्तृत रचना जिसमें कहानी, पात्र, घटनाएँ और वातावरण का विस्तृत चित्रण होता है, क्या कहलाती है?
उत्तर: C) उपन्यास
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10. ‘गोदान’, ‘गबन’ और ‘निर्मला’ किस प्रसिद्ध उपन्यासकार की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) मुंशी प्रेमचंद
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11. ‘चित्रलेखा’ किस उपन्यासकार की प्रमुख रचना है?
उत्तर: C) भगवतीचरण वर्मा
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12. ‘मैला आंचल’ किस उपन्यासकार की प्रसिद्ध रचना है, जो ग्रामीण जीवन का सजीव चित्रण करती है?
उत्तर: C) फणीश्वरनाथ रेणु
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13. ‘गोदान’ उपन्यास का मुख्य पात्र कौन है?
उत्तर: B) होरी
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14. साहित्यिक विधा जो मंच पर प्रदर्शन के लिए लिखी जाती है और संवादों के माध्यम से कहानी प्रस्तुत करती है, क्या कहलाती है?
उत्तर: C) नाटक
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15. ‘आषाढ़ का एक दिन’ और ‘लहरों के राजहंस’ किस प्रसिद्ध नाटककार की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) मोहन राकेश
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16. ‘ध्रुवस्वामिनी’ और ‘चंद्रगुप्त’ किस नाटककार की प्रमुख रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) जयशंकर प्रसाद
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17. ‘अंधेर नगरी’ और ‘भारत दुर्दशा’ किस नाटककार की प्रसिद्ध रचनाएँ हैं, जो सामाजिक व्यंग्य और राष्ट्रप्रेम को दर्शाती हैं?
उत्तर: C) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
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18. ‘आषाढ़ का एक दिन’ नाटक किस महाकवि के जीवन पर आधारित है?
उत्तर: C) कालिदास
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19. गद्य की वह विधा जिसमें लेखक अपनी यात्रा के अनुभवों को वर्णनात्मक रूप में प्रस्तुत करता है, क्या कहलाती है?
उत्तर: D) यात्रा-वृत्तांत
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20. ‘मेरी लद्दाख यात्रा’ और ‘दार्जिलिंग परिचय’ किस प्रसिद्ध यात्रा-वृत्तांत लेखक की रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) राहुल सांकृत्यायन
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21. ‘अफ्रीका के जंगलों में’ किस यात्रा-वृत्तांत लेखक की प्रमुख रचना है?
उत्तर: B) यतीन्द्र मोहन सेनगुप्त
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22. किस विधा में लेखक के व्यक्तिगत विचार और विश्लेषण प्रमुख होते हैं?
उत्तर: C) निबंध
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23. किस विधा में सीमित पात्रों का गहन चित्रण और एक मुख्य घटना पर केंद्रित कथा होती है?
उत्तर: C) कहानी
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24. किस विधा में विस्तृत प्लॉट, पात्रों की बहुलता और समय-स्थान का विस्तार से वर्णन होता है?
उत्तर: D) उपन्यास
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25. किस विधा की मुख्य विशेषता संवाद प्रधानता और मंचीय प्रस्तुति है?
उत्तर: C) नाटक
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26. किस विधा में स्थानों, लोगों, संस्कृति और व्यक्तिगत अनुभवों का विवरणात्मक वर्णन होता है?
उत्तर: D) यात्रा-वृत्तांत
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27. ‘अतीत के चलचित्र’ और ‘पथ के साथी’ किस विधा की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) निबंध
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28. ‘पुरस्कार’ किस विधा की रचना है?
उत्तर: B) कहानी
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29. ‘निर्मला’ किस विधा की रचना है?
उत्तर: B) उपन्यास
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30. ‘लहरों के राजहंस’ किस विधा की रचना है?
उत्तर: C) नाटक
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31. ‘मेरी लद्दाख यात्रा’ किस विधा की रचना है?
उत्तर: D) यात्रा-वृत्तांत
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32. ‘यथार्थवादी कहानी’ की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: B) वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित
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33. ‘मनोवैज्ञानिक उपन्यास’ में किसका चित्रण प्रमुख होता है?
उत्तर: C) पात्रों के मानसिक संघर्षों का
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34. ‘ट्रैजेडी’ (दु:खांत नाटक) की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: B) दुखद अंत वाली कहानियाँ
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35. ‘सांस्कृतिक यात्रा-वृत्तांत’ में किसका परिचय प्रमुख होता है?
उत्तर: B) विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का
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36. किस विधा में लेखक के व्यक्तिगत विचारों और भावनाओं का प्रतिबिंब होता है?
उत्तर: C) निबंध
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37. ‘संक्षिप्तता’ किस गद्य विधा की प्रमुख विशेषता है (उपन्यास की तुलना में)?
उत्तर: C) कहानी
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38. ‘विस्तृतता’ किस गद्य विधा की प्रमुख विशेषता है?
उत्तर: C) उपन्यास
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39. ‘संवाद प्रधान’ होना किस गद्य विधा की विशेषता है?
उत्तर: C) नाटक
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40. ‘विवरणात्मक शैली’ और ‘व्यक्तिगत अनुभव’ किस गद्य विधा की विशेषताएँ हैं?
उत्तर: D) यात्रा-वृत्तांत
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41. ‘गोदान’ और ‘ईदगाह’ दोनों किस लेखक की रचनाएँ हैं?
उत्तर: B) मुंशी प्रेमचंद
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42. ‘आषाढ़ का एक दिन’ और ‘ध्रुवस्वामिनी’ दोनों किस विधा की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) नाटक
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43. ‘अतीत के चलचित्र’ और ‘गिल्लू’ दोनों किस विधा की रचनाएँ हैं?
उत्तर: C) निबंध
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44. ‘मेरी लद्दाख यात्रा’ और ‘अफ्रीका के जंगलों में’ दोनों किस विधा की रचनाएँ हैं?
उत्तर: D) यात्रा-वृत्तांत
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45. ‘ग्रामीण जीवन और सामाजिक समस्याओं का यथार्थवादी चित्रण’ किस लेखक की कहानियों और उपन्यासों की प्रमुख विशेषता है?
उत्तर: B) मुंशी प्रेमचंद
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46. ‘सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों का विश्लेषण’ किस निबंधकार की विशेषता है?
उत्तर: B) हजारी प्रसाद द्विवेदी
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47. ‘आधुनिक नाटक के प्रवर्तक’ और ‘मानवीय संबंधों का विश्लेषण’ किस नाटककार की विशेषता है?
उत्तर: C) मोहन राकेश
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48. ‘यात्राओं के माध्यम से ज्ञान का संकलन’ किस यात्रा-वृत्तांत लेखक की विशेषता है?
उत्तर: B) राहुल सांकृत्यायन
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49. ‘दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक विचारों का समावेश’ किस उपन्यासकार की विशेषता है?
उत्तर: C) भगवतीचरण वर्मा
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50. ‘कोमलता और संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति’ किस निबंधकार की विशेषता है?
उत्तर: C) महादेवी वर्मा