पशुओं में लैंगिक प्रजनन (Sexual Reproduction in Animals)
1. परिचय (Introduction)
लैंगिक प्रजनन (Sexual Reproduction) वह प्रक्रिया है जिसमें दो माता-पिता (पिता और माता) के जनन कोशिकाएँ (गैमेट्स) आपस में मिलकर नए जीव का निर्माण करती हैं। यह प्रक्रिया विशेषकर उन्नत जंतुओं में पाई जाती है और विविधता को बढ़ावा देती है।
2. लैंगिक प्रजनन के प्रमुख चरण (Main Stages of Sexual Reproduction)
2.1 युग्मक निर्माण (Gamete Formation)
लैंगिक प्रजनन की पहली अवस्था में नर और मादा में युग्मक (Gametes) का निर्माण होता है। नर में शुक्राणु (Sperm) और मादा में अंडाणु (Ovum) का निर्माण होता है। यह प्रक्रिया मियोटिक विभाजन द्वारा होती है।
- शुक्राणु: एकल कोशिका युग्मक जो कि गतिशील होता है और मादा के युग्मक तक पहुँचता है।
- अंडाणु: अचल युग्मक जो मादा प्रजनन अंगों में मौजूद होता है।
2.2 निषेचन (Fertilization)
निषेचन वह प्रक्रिया है जिसमें नर और मादा युग्मक मिलकर एक युग्मित (Zygote) का निर्माण करते हैं। यह प्रक्रिया आंतरिक या बाहरी हो सकती है।
- आंतरिक निषेचन: यह प्रक्रिया शरीर के अंदर होती है, जैसे स्तनधारी और सरीसृप।
- बाहरी निषेचन: यह प्रक्रिया पानी में होती है, जैसे मछलियाँ और उभयचर।
2.3 भ्रूण विकास (Embryonic Development)
निषेचन के बाद युग्मित कोशिका विभाजित होकर भ्रूण का निर्माण करती है। यह विकास विभिन्न चरणों से गुजरता है जैसे ब्लास्टुला, गैस्ट्रुला, और अंग गठन।
- ब्लास्टुला: प्रारंभिक विकास का चरण, जिसमें कोशिकाओं का गुच्छा बनता है।
- गैस्ट्रुला: इस चरण में कोशिकाएँ विभाजित होकर विभिन्न अंगों का निर्माण करती हैं।
2.4 जन्म (Birth)
भ्रूण विकास के पूर्ण होने के बाद नवजात का जन्म होता है। यह प्रक्रिया विविपेरस या ओविपेरस प्रकार की हो सकती है।
- विविपेरस: जिन जीवों में भ्रूण मादा के शरीर में विकसित होता है, जैसे स्तनधारी।
- ओविपेरस: जिन जीवों में अंडों द्वारा प्रजनन होता है, जैसे पक्षी और मछलियाँ।
3. लैंगिक प्रजनन के महत्व (Importance of Sexual Reproduction)
- लैंगिक प्रजनन से अनुवांशिक विविधता उत्पन्न होती है जो विकास और प्राकृतिक चयन में सहायक होती है।
- यह प्रजनन विधि जीवों को नई पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूलन में सहायता प्रदान करती है।
- लैंगिक प्रजनन से उत्पन्न संतति में दोनों माता-पिता के गुण होते हैं, जिससे प्रजातियों का दीर्घकालिक अस्तित्व बना रहता है।