परिचय: चुंबकीय पदार्थ
पदार्थों को उनके चुंबकीय व्यवहार के आधार पर तीन मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है: प्रतिचुंबकीय, अनुचुंबकीय और लौहचुंबकीय। यह वर्गीकरण इस बात पर निर्भर करता है कि पदार्थ बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं।
पदार्थों के प्रकार
1. प्रतिचुंबकीय पदार्थ (Diamagnetic Substances)
ये वे पदार्थ हैं जो बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर क्षेत्र की विपरीत दिशा में थोड़ा सा चुंबकित हो जाते हैं। ये चुंबकीय क्षेत्र द्वारा प्रतिकर्षित होते हैं।
- उदाहरण: बिस्मथ, तांबा, सीसा, सिलिकॉन, नाइट्रोजन, पानी, नमक।
2. अनुचुंबकीय पदार्थ (Paramagnetic Substances)
ये वे पदार्थ हैं जो बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर क्षेत्र की दिशा में थोड़ा सा चुंबकित हो जाते हैं। ये चुंबकीय क्षेत्र द्वारा कमजोरी से आकर्षित होते हैं।
- उदाहरण: एल्यूमीनियम, सोडियम, कैल्शियम, ऑक्सीजन, कॉपर क्लोराइड।
3. लौहचुंबकीय पदार्थ (Ferromagnetic Substances)
ये वे पदार्थ हैं जो बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर क्षेत्र की दिशा में बहुत प्रबल रूप से चुंबकित हो जाते हैं। ये चुंबकीय क्षेत्र द्वारा प्रबलता से आकर्षित होते हैं।
- इनमें स्थायी चुंबक बनाने का गुण होता है।
- उदाहरण: लोहा, कोबाल्ट, निकल, और उनके मिश्र धातु।
गुणों की तुलना
गुण | प्रतिचुंबकीय (Dia) | अनुचुंबकीय (Para) | लौहचुंबकीय (Ferro) |
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चुंबकीय क्षेत्र में व्यवहार | कमजोर रूप से प्रतिकर्षित | कमजोर रूप से आकर्षित | प्रबल रूप से आकर्षित |
चुंबकीय प्रवृत्ति (χ) | छोटी और ऋणात्मक | छोटी और धनात्मक | बड़ी और धनात्मक |
आपेक्षिक पारगम्यता (μᵣ) | 1 से थोड़ी कम | 1 से थोड़ी अधिक | बहुत अधिक (>>1) |
ताप का प्रभाव | ताप पर निर्भर नहीं करता। | क्यूरी के नियम का पालन करता है (χ ∝ 1/T)। | क्यूरी ताप से ऊपर अनुचुंबकीय बन जाता है। |