घाटियों के गठन की प्रक्रियाएँ (Processes of Valley Formation)
परिचय (Introduction)
घाटियाँ (Valleys) पृथ्वी की सतह पर निम्न भूमि के क्षेत्र होते हैं, जो विभिन्न भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप बनती हैं। इनका गठन मुख्यतः नदी अपरदन, ग्लेशियर गतिविधियाँ, टेक्टोनिक गतिविधियाँ, और कार्स्ट प्रक्रियाएँ से होता है। ये प्रक्रियाएँ स्थलरूप विज्ञान (Geomorphology) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
घाटियों के गठन की प्रक्रियाएँ (Processes of Valley Formation)
1. नदी अपरदन (River Erosion)
नदी अपरदन (River Erosion) घाटियों के निर्माण में सबसे सामान्य प्रक्रिया है। नदियाँ अपनी धारा के साथ-साथ चट्टानों को काटती हैं और घाटियों का निर्माण करती हैं।
- ऊर्ध्वाधर अपरदन (Vertical Erosion): नदी अपने तल को गहराती है, जिससे V-आकार की घाटियाँ बनती हैं।
- पार्श्व अपरदन (Lateral Erosion): नदी अपने किनारों को काटती है, जिससे घाटी चौड़ी होती है।
- प्रतिगामी अपरदन (Headward Erosion): नदी अपने स्रोत की ओर पीछे की तरफ कटाव करती है।
उदाहरण: गंगा नदी की ऊपरी घाटियाँ, भारत; यांग्त्ज़ी नदी की घाटियाँ, चीन।
2. ग्लेशियर गतिविधियाँ (Glacial Activities)
ग्लेशियर गतिविधियाँ (Glacial Activities) घाटियों के निर्माण में महत्वपूर्ण हैं, विशेषकर U-आकार की घाटियों के। ग्लेशियरों का भारी भार और आंदोलन चट्टानों को काटकर घाटियाँ बनाता है।
- प्लकिंग (Plucking): ग्लेशियर चट्टानों को उठाकर आगे ले जाता है।
- अब्रेशन (Abrasion): ग्लेशियर चट्टानों पर रगड़ता है, जिससे कटाव होता है।
- ग्लेशियर ट्रॉस (Glacial Troughs): चौड़ी और गहरी घाटियाँ, जैसे योसेमिटी घाटी।
उदाहरण: स्विट्जरलैंड की आल्प्स घाटियाँ; नॉर्वे के फियोर्ड्स।
3. टेक्टोनिक गतिविधियाँ (Tectonic Activities)
टेक्टोनिक गतिविधियाँ (Tectonic Activities) के कारण रिफ्ट घाटियाँ (Rift Valleys) बनती हैं। यह तब होता है जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटें अलग होती हैं और बीच की जमीन नीचे धँस जाती है।
- प्लेटों का विभाजन: दो टेक्टोनिक प्लेटें अलग होती हैं।
- फॉल्टिंग: फॉल्ट लाइनों के साथ जमीन का नीचे धँसना।
- रिफ्ट घाटियों का निर्माण: लंबी, संकरी और गहरी घाटियाँ बनती हैं।
उदाहरण: ग्रेट रिफ्ट वैली, पूर्वी अफ्रीका; बैकाल रिफ्ट, रूस।
4. कार्स्ट प्रक्रियाएँ (Karst Processes)
कार्स्ट प्रक्रियाएँ (Karst Processes) तब होती हैं जब जल में घुलनशील चट्टानें जैसे चूना पत्थर (Limestone) घुल जाती हैं, जिससे घाटियों या डोलाइन्स का निर्माण होता है।
- घुलनशीलता: जल में कार्बोनिक एसिड चट्टानों को घोलता है।
- गुफाओं का निर्माण: जमीन के नीचे गुहाएँ बनती हैं।
- घाटियों का धँसना: गुहाओं के धँसने से सतह पर घाटियाँ बनती हैं।
उदाहरण: कार्स्ट क्षेत्र, स्लोवेनिया; गुइलिन, चीन।
विश्व की प्रमुख घाटियाँ (Major Valleys of the World)
1. ग्रांड कैन्यन, यूएसए (Grand Canyon, USA)
ग्रांड कैन्यन संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिज़ोना राज्य में स्थित है। यह कोलोराडो नदी द्वारा लगभग 6 मिलियन वर्षों में निर्मित हुआ है।
- लंबाई: लगभग 446 किमी
- गहराई: अधिकतम 1,800 मीटर
- विशेषताएँ:
- अवसादी चट्टानों की परतें, जो 2 बिलियन वर्ष पुरानी हैं।
- V-आकार की घाटी, नदी अपरदन का उत्कृष्ट उदाहरण।
- पर्यटन: विश्व धरोहर स्थल, लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं।
2. ग्रेट रिफ्ट वैली, पूर्वी अफ्रीका (Great Rift Valley, East Africa)
ग्रेट रिफ्ट वैली पूर्वी अफ्रीका में एक विशाल रिफ्ट घाटी है, जो सीरिया से मोज़ाम्बिक तक लगभग 6,000 किमी लंबी है।
- गठन: टेक्टोनिक प्लेटों के दूर होने से बनी।
- विशेषताएँ:
- लंबी, संकरी और गहरी घाटी।
- झीलों की श्रृंखला, जैसे विक्टोरिया, टैंगान्यिका।
- भूवैज्ञानिक महत्व: टेक्टोनिक गतिविधियों का प्रमुख उदाहरण।
- जैव विविधता: विभिन्न पारिस्थितिकी तंत्र, वन्यजीवों का घर।
3. योसेमिटी घाटी, यूएसए (Yosemite Valley, USA)
योसेमिटी घाटी कैलिफोर्निया में स्थित है और योसेमिटी नेशनल पार्क का मुख्य आकर्षण है। यह एक U-आकार की घाटी है, जो ग्लेशियर गतिविधियों से बनी है।
- लंबाई: लगभग 13 किमी
- विशेषताएँ:
- खड़ी ग्रेनाइट चट्टानें, जैसे एल कैपिटन, हाफ डोम।
- जलप्रपात, जैसे योसेमिटी फॉल्स।
- गठन: ग्लेशियर अपरदन से।
- पर्यटन: विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोहण और ट्रेकिंग स्थल।
4. नील घाटी, मिस्र (Nile Valley, Egypt)
नील घाटी मिस्र की जीवन रेखा है। यह नील नदी के किनारे स्थित है और प्राचीन मिस्र की सभ्यता का केंद्र रही है।
- लंबाई: मिस्र में लगभग 1,200 किमी
- विशेषताएँ:
- उपजाऊ डेल्टा क्षेत्र।
- प्राचीन स्मारक, जैसे पिरामिड, स्फिंक्स।
- आर्थिक महत्व: कृषि, परिवहन, जल संसाधन।
- सांस्कृतिक महत्व: प्राचीन मिस्र की सभ्यता का उद्गम स्थल।
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- ग्रांड कैन्यन कोलोराडो नदी द्वारा निर्मित V-आकार की घाटी है।
- ग्रेट रिफ्ट वैली टेक्टोनिक गतिविधियों से बनी दुनिया की सबसे लंबी रिफ्ट घाटी है।
- योसेमिटी घाटी ग्लेशियर अपरदन से बनी U-आकार की घाटी है।
- नील घाटी प्राचीन सभ्यता का केंद्र, नदी अपरदन से बनी।
- रिफ्ट घाटियों का निर्माण फॉल्टिंग से होता है।
- ग्लेशियर गतिविधियों से बनी घाटियाँ U-आकार की होती हैं।
- नदी अपरदन से बनी घाटियाँ V-आकार की होती हैं।
- कार्स्ट प्रक्रियाएँ घुलनशील चट्टानों के घुलने से घाटियाँ बनाती हैं।
- ग्रांड कैन्यन में चट्टानों की परतें पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास को दर्शाती हैं।
- ग्रेट रिफ्ट वैली में अफ्रीका की कुछ सबसे गहरी झीलें स्थित हैं।