समुद्रों का आर्थिक महत्व (Economic Importance of Seas)
मत्स्य पालन और समुद्री संसाधन (Fishing and Marine Resources)
समुद्र मत्स्य पालन और समुद्री संसाधनों का एक प्रमुख स्रोत है। यह क्षेत्र लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है और वैश्विक खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- समुद्री मत्स्य पालन:
- मछली और समुद्री भोजन वैश्विक प्रोटीन खपत का 20% है।
- झींगा, केकड़ा, और टूना जैसी प्रजातियाँ आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
- समुद्री संसाधन:
- प्रवाल भित्तियाँ (Coral Reefs): जैव विविधता का केंद्र और पर्यटन का आकर्षण।
- समुद्री खनिज: मैंगनीज, कोबाल्ट, और फॉस्फेट जैसे तत्व।
तेल और गैस अन्वेषण (Oil and Gas Exploration)
समुद्र ऊर्जा के स्रोतों का एक प्रमुख केंद्र है। समुद्र तल के नीचे विशाल तेल और गैस के भंडार पाए जाते हैं, जो विश्व ऊर्जा खपत में योगदान करते हैं।
- प्रमुख तेल और गैस क्षेत्र:
- फारस की खाड़ी (Persian Gulf)
- उत्तर सागर (North Sea)
- मेक्सिको की खाड़ी (Gulf of Mexico)
- तकनीकी प्रगति:
- डीप-सी ड्रिलिंग (Deep-Sea Drilling)
- सदाबहार ऊर्जा स्रोतों के रूप में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG)।
व्यापारिक मार्ग और नौवहन (Trade Routes and Navigation)
समुद्र वैश्विक व्यापार का एक अभिन्न हिस्सा है। समुद्री मार्गों के माध्यम से दुनिया के अधिकांश वस्त्र और उत्पाद एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाए जाते हैं।
- प्रमुख व्यापार मार्ग:
- मलक्का जलसंधि (Strait of Malacca): एशिया और यूरोप के बीच व्यापार का केंद्र।
- स्वेज नहर (Suez Canal): भूमध्य सागर और लाल सागर को जोड़ती है।
- पानामा नहर (Panama Canal): अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ती है।
- नौवहन का महत्त्व:
- वैश्विक व्यापार का 90% समुद्री मार्गों से होता है।
- तेल, गैस, और कच्चे माल का मुख्य परिवहन।