अफ्रीका महाद्वीप, क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। इसे “मानव जाति का पालना” (Cradle of Humankind) भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ प्राचीनतम मानव जीवाश्म पाए गए हैं। अफ्रीका अपनी विशाल प्राकृतिक संपदा, विविध संस्कृतियों, और अद्वितीय भौगोलिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है।
अफ्रीका महाद्वीप: एक विस्तृत अध्ययन
- क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों के हिसाब से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप।
- यह एकमात्र महाद्वीप है जिससे कर्क रेखा, भूमध्य रेखा और मकर रेखा तीनों गुजरती हैं।
- विश्व की सबसे लंबी नदी नील नदी और विश्व का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल सहारा मरुस्थल यहीं स्थित हैं।
- अफ्रीका 54 मान्यता प्राप्त देशों से मिलकर बना है।
- यह उत्तर में भूमध्य सागर, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, पूर्व में हिंद महासागर और लाल सागर से घिरा है।
- महान भ्रंश घाटी (Great Rift Valley) इसकी एक प्रमुख भौगोलिक विशेषता है।
1. भौगोलिक स्थिति एवं विस्तार (Geographical Location and Extent)
- क्षेत्रफल: लगभग 30.37 मिलियन वर्ग किलोमीटर (11.73 मिलियन वर्ग मील), जो पृथ्वी के कुल भू-भाग का लगभग 20.4% है।
- अक्षांशीय विस्तार: लगभग 37° उत्तर से 35° दक्षिण अक्षांश तक।
- देशांतरीय विस्तार: लगभग 17° पश्चिम से 51° पूर्व देशांतर तक।
- सीमाएँ:
- उत्तर: भूमध्य सागर।
- पश्चिम: अटलांटिक महासागर।
- पूर्व: हिंद महासागर और लाल सागर।
- उत्तर-पूर्व: स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है।
- उत्तर-पश्चिम: जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे यूरोप से अलग करता है।
- भूमध्य रेखा (0° अक्षांश) अफ्रीका के लगभग मध्य से होकर गुजरती है।
2. अफ्रीका के प्रमुख भौतिक विभाग (Major Physical Divisions of Africa)
- पठार: अफ्रीका का अधिकांश भाग पठारी है, जिसे “पठारी महाद्वीप” भी कहते हैं। प्रमुख पठारों में इथियोपियाई उच्चभूमि, पूर्वी अफ्रीकी पठार, दक्षिणी अफ्रीकी पठार (हाईवेल्ड) शामिल हैं।
- महान भ्रंश घाटी (Great Rift Valley): यह पूर्वी अफ्रीका में उत्तर से दक्षिण तक फैली एक विशाल भौगोलिक दरार है, जो सीरिया से मोजाम्बिक तक विस्तृत है। इसमें कई झीलें स्थित हैं।
- पर्वत:
- एटलस पर्वत: उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका में।
- ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत: दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका में।
- माउंट किलिमंजारो: तंजानिया में, अफ्रीका का सबसे ऊँचा शिखर (एक निष्क्रिय ज्वालामुखी)।
- माउंट केन्या: केन्या में, दूसरा सबसे ऊँचा शिखर।
- रुवेनज़ोरी पर्वत (“चंद्रमा के पर्वत”): युगांडा और कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य की सीमा पर।
- मरुस्थल:
- सहारा मरुस्थल: उत्तरी अफ्रीका में, विश्व का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल।
- कालाहारी मरुस्थल: दक्षिणी अफ्रीका में (बोत्सवाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका)।
- नामीब मरुस्थल: नामीबिया में, विश्व के सबसे पुराने मरुस्थलों में से एक।
- तटीय मैदान: महाद्वीप के किनारों पर संकरे तटीय मैदान पाए जाते हैं।
- द्वीप: मेडागास्कर (अफ्रीका का सबसे बड़ा द्वीप), सेशेल्स, कोमोरोस, मॉरिशस, केप वर्डे, साओ टोमे और प्रिंसिपे आदि।
3. अफ्रीका के प्रमुख सागर, खाड़ियाँ एवं जलसंधियाँ (Major Seas, Gulfs, and Straits)
क. प्रमुख सागर एवं खाड़ियाँ
- भूमध्य सागर (Mediterranean Sea): अफ्रीका के उत्तर में।
- लाल सागर (Red Sea): अफ्रीका के उत्तर-पूर्व में, इसे अरब प्रायद्वीप से अलग करता है।
- गिनी की खाड़ी (Gulf of Guinea): पश्चिमी अफ्रीका के तट पर अटलांटिक महासागर का हिस्सा।
- अदन की खाड़ी (Gulf of Aden): लाल सागर को अरब सागर से जोड़ती है।
- स्वेज की खाड़ी (Gulf of Suez): लाल सागर का उत्तरी-पश्चिमी भाग।
- अकाबा की खाड़ी (Gulf of Aqaba): लाल सागर का उत्तरी-पूर्वी भाग।
ख. प्रमुख जलसंधियाँ
- जिब्राल्टर जलडमरूमध्य (Strait of Gibraltar): अटलांटिक महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ता है और अफ्रीका (मोरक्को) को यूरोप (स्पेन) से अलग करता है।
- बाब-अल-मंदेब जलडमरूमध्य (Bab-el-Mandeb): लाल सागर को अदन की खाड़ी (हिंद महासागर) से जोड़ता है। यह अफ्रीका को एशिया (अरब प्रायद्वीप) से अलग करता है।
- मोजाम्बिक चैनल (Mozambique Channel): मेडागास्कर को मुख्य भूमि अफ्रीका (मोजाम्बिक) से अलग करता है। यह हिंद महासागर का हिस्सा है।
4. अफ्रीका की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएँ एवं शिखर (Major Mountain Ranges and Peaks)
क. प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएँ
- एटलस पर्वत (Atlas Mountains): मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया में फैली नवीन वलित पर्वत श्रृंखला।
- ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत (Drakensberg Mountains): दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो में स्थित।
- रुवेनज़ोरी पर्वत (Ruwenzori Mountains): “चंद्रमा के पर्वत” के रूप में भी जाना जाता है, युगांडा और कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य की सीमा पर।
- इथियोपियाई उच्चभूमि (Ethiopian Highlands): “अफ्रीका की छत” भी कहा जाता है, इथियोपिया में विस्तृत।
ख. प्रमुख पर्वत शिखर
- माउंट किलिमंजारो: 5,895 मीटर (19,341 फीट), अफ्रीका का सबसे ऊँचा शिखर। यह तंजानिया में स्थित एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है।
- माउंट केन्या: 5,199 मीटर (17,057 फीट), अफ्रीका का दूसरा सबसे ऊँचा शिखर, केन्या में स्थित।
- माउंट स्टेनली (मारघेरिटा पीक): 5,109 मीटर (16,763 फीट), रुवेनज़ोरी पर्वत श्रृंखला का और कांगो तथा युगांडा का सबसे ऊँचा शिखर।
- माउंट मेरु (तंजानिया), रास दाशेन (इथियोपिया) भी महत्वपूर्ण शिखर हैं।
5. अफ्रीका के प्रमुख पठार एवं मरुस्थल (Major Plateaus and Deserts)
क. प्रमुख पठार
- इथियोपियाई उच्चभूमि (Ethiopian Highlands): पूर्वी अफ्रीका में स्थित, कई नदियों का उद्गम स्थल।
- पूर्वी अफ्रीकी पठार (East African Plateau): विशाल क्षेत्र में फैला, जिसमें विक्टोरिया झील जैसी झीलें हैं।
- दक्षिणी अफ्रीकी पठार (South African Plateau / Highveld): दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे में विस्तृत।
- कटंगा पठार (Katanga Plateau): कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य और जाम्बिया में, खनिज समृद्ध क्षेत्र।
- अदामावा पठार (Adamawa Plateau): मध्य अफ्रीका (कैमरून, नाइजीरिया) में।
ख. प्रमुख मरुस्थल
- सहारा मरुस्थल (Sahara Desert): उत्तरी अफ्रीका में फैला विश्व का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल। इसका क्षेत्रफल लगभग 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर है। इसमें लिबियाई मरुस्थल, नूबियन मरुस्थल जैसे उप-क्षेत्र शामिल हैं।
- कालाहारी मरुस्थल (Kalahari Desert): दक्षिणी अफ्रीका में (बोत्सवाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका)। यह एक अर्ध-मरुस्थल है।
- नामीब मरुस्थल (Namib Desert): नामीबिया के तट पर स्थित, विश्व के सबसे पुराने मरुस्थलों में से एक माना जाता है।
- दनकिल मरुस्थल (Danakil Desert): इथियोपिया, इरिट्रिया, जिबूती में, पृथ्वी के सबसे गर्म और दुर्गम स्थानों में से एक।
6. अफ्रीका की प्रमुख नदियाँ (Major Rivers of Africa)
- नील नदी (Nile River): विश्व की सबसे लंबी नदी (लगभग 6,650 किलोमीटर)। इसकी दो प्रमुख सहायक नदियाँ हैं – श्वेत नील (White Nile) जो विक्टोरिया झील से निकलती है, और नीली नील (Blue Nile) जो इथियोपिया की ताना झील से निकलती है। यह उत्तर की ओर बहकर भूमध्य सागर में गिरती है। मिस्र को “नील नदी का उपहार” कहा जाता है।
- कांगो नदी (Congo River / Zaire River): अफ्रीका की दूसरी सबसे लंबी नदी और जल विसर्जन (आयतन) की दृष्टि से विश्व की दूसरी सबसे बड़ी नदी (अमेजन के बाद)। यह भूमध्य रेखा को दो बार पार करती है और अटलांटिक महासागर में गिरती है। यह विश्व की सबसे गहरी नदी भी है।
- नाइजर नदी (Niger River): पश्चिमी अफ्रीका की प्रमुख नदी, गिनी की खाड़ी में गिरती है।
- जांबेजी नदी (Zambezi River): दक्षिणी अफ्रीका की प्रमुख नदी, विक्टोरिया जलप्रपात (Victoria Falls) इसी नदी पर स्थित है। यह हिंद महासागर में गिरती है।
- ऑरेंज नदी (Orange River): दक्षिण अफ्रीका की सबसे लंबी नदी, अटलांटिक महासागर में गिरती है।
- लिम्पोपो नदी (Limpopo River): दक्षिणी अफ्रीका में, यह मकर रेखा को दो बार पार करती है और हिंद महासागर में गिरती है।
- वोल्टा नदी (Volta River): पश्चिमी अफ्रीका में, वोल्टा झील (मानव निर्मित) का निर्माण करती है।
- सेनेगल नदी (Senegal River): पश्चिमी अफ्रीका में।
7. अफ्रीका की प्रमुख झीलें (Major Lakes of Africa)
- विक्टोरिया झील (Lake Victoria): अफ्रीका की सबसे बड़ी झील (क्षेत्रफल में) और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील (सुपीरियर झील के बाद)। यह युगांडा, केन्या, तंजानिया के बीच स्थित है और श्वेत नील नदी का उद्गम स्थल मानी जाती है।
- टांगानिका झील (Lake Tanganyika): विश्व की दूसरी सबसे गहरी झील (बैकाल के बाद) और आयतन में दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील। यह विश्व की सबसे लंबी मीठे पानी की झील भी है। यह महान भ्रंश घाटी में स्थित है।
- मलावी झील (Lake Malawi / Lake Nyasa): अफ्रीका की तीसरी सबसे बड़ी झील, यह भी महान भ्रंश घाटी में स्थित है और अपनी जैव विविधता (विशेषकर सिच्लिड मछलियों) के लिए प्रसिद्ध है।
- चाड झील (Lake Chad): मध्य अफ्रीका में स्थित, यह झील मानवीय गतिविधियों और जलवायु परिवर्तन के कारण तेजी से सिकुड़ रही है।
- तुर्काना झील (Lake Turkana / Lake Rudolf): केन्या में स्थित, विश्व की सबसे बड़ी स्थायी मरुस्थलीय झील और विश्व की सबसे बड़ी क्षारीय झील।
- अल्बर्ट झील (Lake Albert) और एडवर्ड झील (Lake Edward): महान भ्रंश घाटी की महत्वपूर्ण झीलें।
- करीबा झील (Lake Kariba): जांबेजी नदी पर स्थित विश्व की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील (आयतन में)।
- ताना झील (Lake Tana): इथियोपिया में स्थित, नीली नील नदी का उद्गम स्थल।
8. अफ्रीका के प्रमुख द्वीप (Major Islands of Africa)
- मेडागास्कर (Madagascar): अफ्रीका का सबसे बड़ा द्वीप और विश्व का चौथा सबसे बड़ा द्वीप। यह हिंद महासागर में स्थित है और अपनी अद्वितीय जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
- सेशेल्स (Seychelles): हिंद महासागर में स्थित एक द्वीपसमूह राष्ट्र, पर्यटन के लिए प्रसिद्ध।
- कोमोरोस (Comoros): हिंद महासागर में मोजाम्बिक चैनल के उत्तरी छोर पर स्थित एक द्वीपसमूह राष्ट्र।
- मॉरिशस (Mauritius): हिंद महासागर में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र।
- रियूनियन (Réunion): हिंद महासागर में स्थित फ्रांस का एक ओवरसीज डिपार्टमेंट।
- केप वर्डे (Cape Verde): अटलांटिक महासागर में पश्चिमी अफ्रीका के तट से दूर स्थित एक द्वीपसमूह राष्ट्र।
- साओ टोमे और प्रिंसिपे (São Tomé and Príncipe): गिनी की खाड़ी में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र।
- कैनरी द्वीप समूह (Canary Islands): अटलांटिक महासागर में, स्पेन का हिस्सा है लेकिन भौगोलिक रूप से अफ्रीका के निकट है।
- मदीरा (Madeira): अटलांटिक महासागर में, पुर्तगाल का हिस्सा है लेकिन भौगोलिक रूप से अफ्रीका के निकट है।
- जंजीबार (Zanzibar): तंजानिया का हिस्सा, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीपसमूह।
9. जलवायु एवं वनस्पति (Climate and Vegetation)
- जलवायु: अफ्रीका में मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। भूमध्य रेखा के पास उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Equatorial Rainforest) जलवायु, उत्तर और दक्षिण में सवाना (Savanna) जलवायु, और बड़े क्षेत्रों में मरुस्थलीय (Desert) जलवायु (सहारा, कालाहारी) पाई जाती है। उत्तरी और दक्षिणी तटों पर भूमध्यसागरीय (Mediterranean) जलवायु भी मिलती है।
- वनस्पति:
- कांगो बेसिन में घने उष्णकटिबंधीय वर्षावन।
- महाद्वीप के बड़े हिस्से में सवाना घास के मैदान, जो वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- मरुस्थलीय क्षेत्रों में कांटेदार झाड़ियाँ और अल्पकालिक पौधे।
- भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में रसदार फल और झाड़ियाँ।
- उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में अल्पाइन वनस्पति।
10. जनसंख्या एवं प्रमुख शहर (Population and Major Cities)
- जनसंख्या: अफ्रीका की जनसंख्या 1.4 बिलियन (अरब) से अधिक है (2023-2024 अनुमान), जो इसे एशिया के बाद दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप बनाती है। यहाँ विश्व की लगभग 18% जनसंख्या निवास करती है। अफ्रीका में युवा जनसंख्या का अनुपात अधिक है।
- सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश: नाइजीरिया (अफ्रीका का सबसे अधिक आबादी वाला देश), इथियोपिया, मिस्र, कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया।
- प्रमुख शहर (उदाहरण):
- लागोस (नाइजीरिया) – अफ्रीका के सबसे बड़े शहरों में से एक।
- काहिरा (मिस्र) – मिस्र की राजधानी, अरब दुनिया का प्रमुख केंद्र।
- किंशासा (कांगो लो. गण.) – कांगो की राजधानी।
- जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) – दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा शहर और आर्थिक केंद्र।
- नैरोबी (केन्या) – केन्या की राजधानी और पूर्वी अफ्रीका का प्रमुख केंद्र।
- अदीस अबाबा (इथियोपिया) – इथियोपिया की राजधानी, अफ्रीकी संघ का मुख्यालय।
- अल्जीयर्स (अल्जीरिया), अक्रा (घाना), अबिदजान (आइवरी कोस्ट), कासाब्लांका (मोरक्को), केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका), दार एस सलाम (तंजानिया)।
11. खनिज संसाधन (Mineral Resources)
- अफ्रीका खनिज संसाधनों से अत्यंत समृद्ध है।
- प्रमुख खनिज:
- सोना: दक्षिण अफ्रीका, घाना, माली प्रमुख उत्पादक।
- हीरा: बोत्सवाना, कांगो लो. गण., अंगोला, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया।
- प्लेटिनम समूह धातुएँ: दक्षिण अफ्रीका विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक है।
- तांबा: जाम्बिया, कांगो लो. गण. (कॉपरबेल्ट क्षेत्र)।
- बॉक्साइट (एल्यूमीनियम अयस्क): गिनी विश्व के सबसे बड़े भंडारों में से एक।
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस: नाइजीरिया, अल्जीरिया, अंगोला, लीबिया, मिस्र, सूडान।
- कोबाल्ट: कांगो लो. गण. विश्व का प्रमुख उत्पादक।
- मैंगनीज, क्रोमियम, लौह अयस्क, यूरेनियम भी महत्वपूर्ण मात्रा में पाए जाते हैं।
- खनिज संपदा के बावजूद, कई अफ्रीकी देश गरीबी और असमान विकास का सामना कर रहे हैं, जिसे कभी-कभी “संसाधन अभिशाप” (Resource Curse) कहा जाता है।
12. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- “मानव जाति का पालना”: अफ्रीका में सबसे पुराने मानव जीवाश्म (होमिनिड) पाए गए हैं, जो मानव विकास के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण हैं (जैसे ओल्डुवाई गॉर्ज, तंजानिया; स्टर्कफोंटेन, दक्षिण अफ्रीका)।
- महान भ्रंश घाटी (Great Rift Valley): पृथ्वी की सतह पर सबसे व्यापक दरारों में से एक, जो विवर्तनिक प्लेटों के अलग होने से बनी है।
- एकमात्र महाद्वीप जहाँ से कर्क रेखा, भूमध्य रेखा और मकर रेखा तीनों गुजरती हैं।
- स्वेज नहर: मिस्र में स्थित, भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है, जिससे यूरोप और एशिया के बीच समुद्री मार्ग छोटा हो गया है।
- विक्टोरिया जलप्रपात (Mosi-oa-Tunya – “धुआँ जो गरजता है”): जांबेजी नदी पर जाम्बिया और जिम्बाब्वे की सीमा पर स्थित विश्व के सबसे शानदार जलप्रपातों में से एक।
- वन्यजीव: अफ्रीका अपने विविध वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें “बिग फाइव” (शेर, तेंदुआ, हाथी, गैंडा, अफ्रीकी भैंस) शामिल हैं। अनेक राष्ट्रीय उद्यान और संरक्षण क्षेत्र हैं (जैसे सेरेनगेटी, मसाई मारा, क्रूगर नेशनल पार्क)।
- संगठन: अफ्रीकी संघ (African Union – AU) अफ्रीका के देशों का एक महत्वपूर्ण संगठन है, जिसका मुख्यालय अदीस अबाबा, इथियोपिया में है।
- अफ्रीका को ऐतिहासिक रूप से “अंध महाद्वीप” (Dark Continent) भी कहा जाता था, क्योंकि यूरोपीय लोगों के लिए इसका आंतरिक भाग लंबे समय तक अज्ञात था।
निष्कर्ष (Conclusion)
अफ्रीका महाद्वीप असीम संभावनाओं और चुनौतियों का एक क्षेत्र है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, युवा और बढ़ती जनसंख्या, तथा विशाल प्राकृतिक संसाधन इसे 21वीं सदी में एक महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी बनाते हैं। हालांकि, गरीबी, राजनीतिक अस्थिरता, और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं का सामना करने के लिए सतत विकास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक हैं। अफ्रीका का अध्ययन न केवल इसकी अनूठी विशेषताओं को समझने में मदद करता है, बल्कि वैश्विक मुद्दों के प्रति हमारी समझ को भी विस्तृत करता है।