निस्तापन (Concentration)
निस्तापन क्या है?
निस्तापन (Concentration) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें अयस्क से अनावश्यक अशुद्धियाँ या गैंग्यू (Gangue) को हटाकर शुद्ध अयस्क प्राप्त किया जाता है। यह धातु निष्कर्षण का पहला चरण है और इसे अयस्क की सांद्रता (Ore Concentration) भी कहते हैं।
निस्तापन की विधियाँ
निस्तापन के लिए विभिन्न भौतिक और रासायनिक विधियों का उपयोग किया जाता है।
- भारी माध्यम पृथक्करण (Gravity Separation): यह विधि अयस्क और गैंग्यू के घनत्व में अंतर के आधार पर काम करती है।
उदाहरण: टिन अयस्क का पृथक्करण। - चुंबकीय पृथक्करण (Magnetic Separation): चुंबकीय गुण वाले अयस्क को गैर-चुंबकीय गैंग्यू से अलग किया जाता है।
उदाहरण: लौह अयस्क (Iron Ore) का निस्तापन। - फ्रॉथ फ्लोटेशन विधि (Froth Flotation Method): यह विधि सल्फाइड अयस्कों के लिए उपयोगी है, जिसमें अयस्क को पानी और फोम बनाने वाले रसायनों के साथ मिलाकर फोम में अलग किया जाता है।
उदाहरण: तांबा (Copper) और जस्ता (Zinc) अयस्क। - लेचिंग (Leaching): इस विधि में अयस्क को उपयुक्त रसायनों के साथ घोल में बदलकर अशुद्धियों से अलग किया जाता है।
उदाहरण: बॉक्साइट से एल्यूमिनियम प्राप्त करना।
निस्तापन का महत्व
- यह प्रक्रिया धातु निष्कर्षण के लिए आवश्यक अयस्क को शुद्ध करती है।
- यह धातु निष्कर्षण की लागत को कम करती है।
- इसके उपयोग से उच्च शुद्धता वाली धातु प्राप्त की जा सकती है।
विशेष तथ्य
- फ्रॉथ फ्लोटेशन विधि का उपयोग मुख्य रूप से सल्फाइड अयस्कों के लिए किया जाता है।
- चुंबकीय पृथक्करण विधि में मैग्नेटाइट जैसे चुंबकीय अयस्कों को अलग किया जाता है।
- लेचिंग का उपयोग सोना और चांदी के अयस्कों के लिए प्रभावी है।