Gyan Pragya
No Result
View All Result
Loading...
  • Quiz
  • Polity
  • Geography
  • Economics
  • Science
  • Uttarakhand
  • Static Gk
  • History
  • Environment
  • Hindi
Gyan Pragya
No Result
View All Result

समावयवता (Isomerism)

समावयवता का परिचय (Introduction to Isomerism)

कार्बनिक रसायन में, समावयवता (Isomerism) एक ऐसी परिघटना है जिसमें दो या दो से अधिक यौगिकों के आणविक सूत्र (molecular formula) समान होते हैं, लेकिन उनके भौतिक और रासायनिक गुण भिन्न होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके अणुओं में परमाणुओं की व्यवस्था अलग-अलग होती है। इन यौगिकों को एक-दूसरे का समावयवी (Isomers) कहा जाता है।

समावयवता के प्रकार

समावयवता को मुख्य रूप से दो प्रमुख श्रेणियों में बांटा गया है:

  1. संरचनात्मक समावयवता (Structural Isomerism)
  2. त्रिविम समावयवता (Stereoisomerism)

1. संरचनात्मक समावयवता (Structural Isomerism)

जब यौगिकों का आणविक सूत्र समान हो, लेकिन उनकी संरचना (structure) या परमाणुओं के जुड़ाव का क्रम भिन्न हो, तो इसे संरचनात्मक समावयवता कहते हैं। इसके कई प्रकार हैं:

  • (a) श्रृंखला समावयवता (Chain Isomerism): इसमें कार्बन श्रृंखला की संरचना में भिन्नता होती है (सीधी श्रृंखला बनाम शाखित श्रृंखला)।
    उदाहरण: ब्यूटेन (C4H10) के दो श्रृंखला समावयवी हैं: n-ब्यूटेन (सीधी श्रृंखला) और आइसोब्यूटेन (2-मिथाइलप्रोपेन, शाखित श्रृंखला)।
  • (b) स्थान समावयवता (Position Isomerism): इसमें क्रियात्मक समूह (functional group), प्रतिस्थापी (substituent) या बहु-बंध (multiple bond) का स्थान भिन्न होता है।
    उदाहरण: C3H8O के लिए, प्रोपेन-1-ऑल और प्रोपेन-2-ऑल स्थान समावयवी हैं।
  • (c) क्रियात्मक समावयवता (Functional Isomerism): इसमें आणविक सूत्र समान होता है, लेकिन क्रियात्मक समूह ही भिन्न होता है।
    उदाहरण: C2H6O के दो क्रियात्मक समावयवी हैं: इथेनॉल (एक अल्कोहल) और डाइमिथाइल ईथर (एक ईथर)।
  • (d) मध्यावयवता (Metamerism): यह उन यौगिकों में पाई जाती है जिनमें क्रियात्मक समूह के दोनों ओर एल्किल समूहों (alkyl groups) का वितरण भिन्न होता है।
    उदाहरण: C4H10O (ईथर) के लिए, डाइएथिल ईथर (C2H5-O-C2H5) और मिथाइल प्रोपाइल ईथर (CH3-O-C3H7) मध्यावयवी हैं।

2. त्रिविम समावयवता (Stereoisomerism)

जब यौगिकों का आणविक सूत्र और संरचनात्मक सूत्र दोनों समान हों, लेकिन आकाश (space) में परमाणुओं या समूहों की त्रिविमीय व्यवस्था भिन्न हो, तो इसे त्रिविम समावयवता कहते हैं।

  • (a) ज्यामितीय समावयवता (Geometrical Isomerism): यह उन यौगिकों में होती है जिनमें द्वि-बंध (double bond) या वलय (ring) के कारण घूर्णन प्रतिबंधित होता है। इसके दो रूप होते हैं:
    • सिस (Cis): जब समान समूह द्वि-बंध के एक ही तरफ होते हैं।
    • ट्रांस (Trans): जब समान समूह द्वि-बंध के विपरीत तरफ होते हैं।
    • उदाहरण: ब्यूट-2-ईन सिस-ब्यूट-2-ईन और ट्रांस-ब्यूट-2-ईन के रूप में मौजूद है।
  • (b) प्रकाशिक समावयवता (Optical Isomerism): ये समावयवी समतल-ध्रुवित प्रकाश (plane-polarized light) के तल को घुमाते हैं।
    • कायरल कार्बन (Chiral Carbon): ऐसा कार्बन परमाणु जो चार अलग-अलग समूहों से जुड़ा हो।
    • एनैन्शिओमर्स (Enantiomers): वे प्रकाशिक समावयवी जो एक-दूसरे के अध्यारोपित न हो सकने वाले दर्पण प्रतिबिंब (non-superimposable mirror images) होते हैं। जैसे हमारे बाएँ और दाएँ हाथ।
    • उदाहरण: लैक्टिक एसिड के दो एनैन्शिओमर होते हैं: D-लैक्टिक एसिड और L-लैक्टिक एसिड।

अभ्यास प्रश्न (MCQs)

1. पेंटेन (C5H12) के कुल कितने श्रृंखला समावयवी संभव हैं?
  • (a) 2
  • (b) 3
  • (c) 4
  • (d) 5
2. इथेनॉल (CH3CH2OH) और डाइमिथाइल ईथर (CH3OCH3) किस प्रकार की समावयवता का उदाहरण हैं?
  • (a) स्थान समावयवता
  • (b) श्रृंखला समावयवता
  • (c) क्रियात्मक समावयवता
  • (d) मध्यावयवता
3. निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक ज्यामितीय (सिस-ट्रांस) समावयवता प्रदर्शित करेगा?
  • (a) प्रोपीन
  • (b) ब्यूट-1-ईन
  • (c) ब्यूट-2-ईन
  • (d) 2-मिथाइलब्यूट-2-ईन
4. मध्यावयवता (Metamerism) निम्नलिखित में से किस वर्ग के यौगिकों में संभव है?
  • (a) एल्कोहल
  • (b) एल्डिहाइड
  • (c) ईथर
  • (d) एल्केन
5. प्रकाशिक समावयवता प्रदर्शित करने के लिए एक अणु के लिए आवश्यक शर्त क्या है?
  • (a) अणु में एक द्वि-बंध होना चाहिए।
  • (b) अणु सममित होना चाहिए।
  • (c) अणु को अपने दर्पण प्रतिबिंब पर अध्यारोपित नहीं होना चाहिए (Chiral होना चाहिए)।
  • (d) अणु का आणविक भार अधिक होना चाहिए।
6. डाइएथिल ईथर और मिथाइल प्रोपाइल ईथर एक दूसरे से कैसे संबंधित हैं?
  • (a) श्रृंखला समावयवी
  • (b) स्थान समावयवी
  • (c) क्रियात्मक समावयवी
  • (d) मध्यावयवी (Metamers)
7. एक यौगिक जिसमें कायरल कार्बन होते हैं लेकिन फिर भी वह प्रकाशिक रूप से अक्रिय (optically inactive) होता है, उसे क्या कहते हैं?
  • (a) एनैन्शिओमर
  • (b) डाइस्टीरियोमर
  • (c) मेसो यौगिक (Meso compound)
  • (d) रेसमिक मिश्रण
8. टॉटोमेरिज्म (Tautomerism) या चलावयवता, जो एक विशेष प्रकार की क्रियात्मक समावयवता है, में मुख्य रूप से किसका स्थानांतरण होता है?
  • (a) एक एल्किल समूह का
  • (b) एक इलेक्ट्रॉन का
  • (c) एक प्रोटॉन (H+) का
  • (d) एक हाइड्राइड आयन (H–) का
Previous Post

हाइड्रोकार्बन (Hydrocarbons)

Next Post

बहुलीकरण (Polymerization)

Next Post

बहुलीकरण (Polymerization)

बहुलीकरण उत्पाद (Polymer Products)

थर्मोसेटिंग प्लास्टिक (Thermosetting Plastics)

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्या परीक्षा के नाम से हाथ-पैर ठंडे पड़ जाते हैं?

December 15, 2025

क्या आपका दिमाग भी पढ़ाई में धोखा देता है?

December 13, 2025

UPSC और PCS की तैयारी में एआई का सही उपयोग कैसे करें?

December 13, 2025

हिंदी व्याकरण में वाक्य रचना और उपवाक्य

November 30, 2025

जनजातीय गौरव दिवस: 15 नवंबर | भगवान बिरसा मुंडा की गाथा

November 15, 2025

हिंदी व्याकरण: उपसर्ग और प्रत्यय के भेद

October 9, 2025
  • Contact us
  • Disclaimer
  • Terms of Service
  • Privacy Policy
: whatsapp us on +918057391081 E-mail: setupragya@gmail.com
No Result
View All Result
  • Quiz
  • Static Gk
  • Polity
  • Hindi
  • Geography
  • Economics
  • General Science
  • Uttarakhand
  • History
  • Environment
  • Computer
  • Contact us

© 2024 GyanPragya - ArchnaChaudhary.