मेंडलीव का नियम
मेंडलीव का नियम क्या है?
मेंडलीव का आवर्त नियम (Mendeleev’s Periodic Law) रासायनिक तत्वों की विशेषताओं और उनके आवर्तता को समझाने के लिए दिमित्री मेंडलीव द्वारा 1869 में प्रतिपादित किया गया था।
इस नियम के अनुसार:
“तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण उनके परमाणु द्रव्यमान (Atomic Mass) के आवर्ती फलन होते हैं।”
मेंडलीव की आवर्त सारणी (Mendeleev’s Periodic Table)
मेंडलीव ने 63 ज्ञात तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के अनुसार व्यवस्थित किया। उन्होंने तत्वों को उनकी गुणधर्म समानता के आधार पर समूहों (Groups) और आवर्तों (Periods) में बांटा।
मेंडलीव की सारणी में:
- तत्वों को 8 समूह और 6 आवर्त में व्यवस्थित किया गया।
- समान गुणधर्म वाले तत्वों को एक ही समूह में रखा गया।
- भविष्य में खोजे जाने वाले तत्वों के लिए रिक्त स्थान छोड़े गए।
मेंडलीव की भविष्यवाणियाँ (Mendeleev’s Predictions)
मेंडलीव ने उन तत्वों के लिए भविष्यवाणी की जो उनके समय तक खोजे नहीं गए थे। उनके द्वारा दिए गए नाम और उनकी खोज के बाद वास्तविक नाम:
मेंडलीव का नाम | वास्तविक तत्व | आवर्त सारणी में स्थिति |
---|---|---|
एको-सिलिकॉन (Eka-silicon) | जर्मेनियम (Ge) | समूह 14, आवर्त 4 |
एको-बोरॉन (Eka-boron) | स्कैंडियम (Sc) | समूह 3, आवर्त 4 |
एको-एल्युमिनियम (Eka-aluminium) | गैलियम (Ga) | समूह 13, आवर्त 4 |
मेंडलीव के नियम की सीमाएँ (Limitations of Mendeleev’s Law)
- कुछ तत्वों की स्थिति गलत थी, जैसे आर्गन (Ar) और पोटैशियम (K)।
- आइसोटोप्स के स्थान निर्धारण में कठिनाई।
- तत्वों की गुणधर्म समानता को पूरी तरह स्पष्ट नहीं कर सका।
उदाहरण (Example)
अगर जर्मेनियम (Ge) का उपयोग किया जाए, तो इसके गुणधर्मों की भविष्यवाणी मेंडलीव के नियम द्वारा सटीक रूप से की गई थी। यह दर्शाता है कि:
मोलर द्रव्यमान ≈ 72.6 g/mol
भौतिक और रासायनिक गुण भी सटीक निकले।