स्मेल्टिंग (Smelting)
स्मेल्टिंग क्या है?
स्मेल्टिंग (Smelting) वह प्रक्रिया है जिसमें अयस्क (Ore) को ऊँचे तापमान पर अपचायक (Reducing Agent) की उपस्थिति में गर्म करके धातु प्राप्त की जाती है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से ऑक्साइड और सल्फाइड अयस्कों के लिए उपयोग होती है।
स्मेल्टिंग की प्रक्रिया
- अयस्क को भट्टी (Furnace) में उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है।
- अयस्क के साथ कोक (Coke) या कार्बन जैसे अपचायक मिलाए जाते हैं।
- ऑक्सीजन या सल्फर के साथ मौजूद धातु का अपचयन कर शुद्ध धातु में परिवर्तित किया जाता है।
स्मेल्टिंग के उदाहरण
- लोहा (Iron): Fe₂O₃ + 3C → 2Fe + 3CO₂
- तांबा (Copper): Cu₂S + O₂ → 2Cu + SO₂
- जस्ता (Zinc): ZnO + C → Zn + CO
स्मेल्टिंग में उपयोगी उपकरण
- ब्लास्ट फर्नेस (Blast Furnace): लोहे और जस्ते की धातु के लिए।
- रिवरबेरी फर्नेस (Reverberatory Furnace): तांबे और एल्यूमिनियम के लिए।
- इलेक्ट्रिक फर्नेस: उच्च तापमान और शुद्ध धातु निष्कर्षण के लिए।
स्मेल्टिंग के लाभ
- धातु को अयस्क से प्रभावी रूप से अलग करने की प्रक्रिया।
- औद्योगिक और निर्माण क्षेत्रों में आवश्यक धातुएँ प्राप्त होती हैं।
- यह प्रक्रिया कम लागत में उच्च धातु उत्पादन सुनिश्चित करती है।
विशेष तथ्य
- लोहे की स्मेल्टिंग के लिए ब्लास्ट फर्नेस का उपयोग किया जाता है।
- तांबे की स्मेल्टिंग में सल्फर डाइऑक्साइड गैस का उपयोग सल्फ्यूरिक एसिड उत्पादन में किया जाता है।
- कोक का उपयोग मुख्य अपचायक के रूप में होता है।