थर्मोसेटिंग प्लास्टिक: बैकेलाइट
थर्मोसेटिंग प्लास्टिक क्या है?
थर्मोसेटिंग प्लास्टिक (Thermosetting Plastics) ऐसे प्लास्टिक हैं जो गर्म होने पर स्थायी रूप से कठोर हो जाते हैं और इन्हें दोबारा नरम नहीं किया जा सकता। यह ऊष्मा और दबाव के तहत मजबूत, कठोर और स्थिर हो जाते हैं।
बैकेलाइट (Bakelite)
बैकेलाइट (Bakelite) पहला सिंथेटिक थर्मोसेटिंग प्लास्टिक है, जो फिनोल और फॉर्मल्डीहाइड के बहुलीकरण से बनाया जाता है।
बैकेलाइट के प्रमुख गुण
- कठोरता: यह अत्यधिक कठोर और मजबूत है।
- विद्युत और ऊष्मा कुचालक: यह विद्युत और ऊष्मा का कुचालक है, जो इसे विद्युत उपकरणों के लिए उपयुक्त बनाता है।
- रासायनिक प्रतिरोध: यह अधिकांश रसायनों और संक्षारकों के प्रति प्रतिरोधी है।
- आकार स्थिरता: यह उच्च तापमान और दबाव में भी अपने आकार को बनाए रखता है।
बैकेलाइट के उपयोग
- विद्युत उपकरण: स्विच, प्लग, और सॉकेट बनाने में।
- रसोई के उपकरण: कड़ाही के हैंडल और कुकर के ढक्कन।
- औद्योगिक उपयोग: गियर, बियरिंग, और इंसुलेटर।
- रसायन उद्योग: पेंट और वार्निश के निर्माण में।
थर्मोसेटिंग और थर्मोप्लास्टिक में अंतर
- थर्मोसेटिंग प्लास्टिक: गर्म करने पर स्थायी रूप से कठोर। उदाहरण: बैकेलाइट।
- थर्मोप्लास्टिक: गर्म करने पर नरम और ढालने योग्य। उदाहरण: पॉलीथीन।
विशेष तथ्य
- बैकेलाइट का आविष्कार 1907 में लियो बेकलैंड ने किया था।
- यह पहला सिंथेटिक थर्मोसेटिंग प्लास्टिक है।
- बैकेलाइट अपने ऊष्मा और विद्युत प्रतिरोधी गुणों के कारण विशेष रूप से उपयोगी है।