भूकंप का कारण और तंत्र (Causes and Mechanism of Earthquakes)
प्लेट टेक्टोनिक्स और भूकंप (Plate Tectonics and Earthquakes)
भूकंप मुख्य रूप से प्लेट टेक्टोनिक्स की गतियों के कारण होते हैं। पृथ्वी की पर्पटी टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित है, जो आपस में टकराती, अलग होती या एक-दूसरे के साथ सरकती हैं।
- संगमनी सीमा (Convergent Boundaries): जब दो प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो भूगर्भीय तनाव से भूकंप होता है।
- अपसरण सीमा (Divergent Boundaries): जब प्लेटें अलग होती हैं, तो नई पर्पटी के निर्माण से कंपन होता है।
- परिवर्तन सीमा (Transform Boundaries): जब प्लेटें एक-दूसरे के साथ सरकती हैं, तो भ्रंश क्षेत्रों में भूकंप होता है।
- उदाहरण: रिंग ऑफ फायर क्षेत्र में अधिकतर भूकंप टेक्टोनिक गतिविधियों के कारण होते हैं।
भ्रंशों और दोषों का महत्व (Importance of Faults and Fractures)
भ्रंश और दोष भूकंप के उत्पत्ति क्षेत्र होते हैं। ये उन स्थानों को चिह्नित करते हैं जहां पृथ्वी की पर्पटी में भूगर्भीय तनाव जमा होता है और अचानक रिलीज होता है।
- भ्रंश (Faults): भ्रंश वे स्थान हैं जहां भूगर्भीय परतें खिसकती हैं।
- दोष (Fractures): दोष वे दरारें हैं जहां कोई स्पष्ट खिसकन नहीं होती, लेकिन तनाव जमा होता है।
- महत्व:
- भूकंप की तीव्रता और स्थान निर्धारित करने में सहायक।
- पृथ्वी की संरचना और गतिशीलता को समझने में महत्वपूर्ण।
- उदाहरण: सैन एंड्रियास भ्रंश (कैलिफोर्निया, अमेरिका)।
भूकंपीय तरंगें और उनकी विशेषताएं (Seismic Waves and Their Characteristics)
भूकंप के दौरान उत्पन्न कंपन भूकंपीय तरंगों के रूप में फैलते हैं। इन तरंगों का अध्ययन भूकंप के केंद्र और प्रभाव को समझने में मदद करता है।
- P-तरंगें (Primary Waves): ये सबसे तेज होती हैं और ठोस, तरल और गैस सभी माध्यमों से गुजर सकती हैं।
- S-तरंगें (Secondary Waves): ये केवल ठोस माध्यम से गुजरती हैं और अधिक विनाशकारी होती हैं।
- सरफेस तरंगें (Surface Waves): ये सतह पर चलती हैं और सबसे अधिक नुकसान पहुंचाती हैं।
- महत्व:
- भूकंप की तीव्रता और केंद्र का निर्धारण।
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना का अध्ययन।
परीक्षापयोगी तथ्य
- भूकंपीय तरंगों का मापन सीस्मोग्राफ से किया जाता है।
- सर्वाधिक भूकंपीय गतिविधियां टेक्टोनिक प्लेटों की संगमनी सीमा पर होती हैं।
- सैन एंड्रियास भ्रंश अमेरिका में भूकंपीय गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है।
- P-तरंगें S-तरंगों की तुलना में लगभग 1.7 गुना तेज होती हैं।
- सरफेस तरंगें भूकंप के विनाशकारी प्रभाव का मुख्य कारण हैं।