1. परिचय (Introduction)
भूकंप पृथ्वी की सतह पर अचानक होने वाला कंपन है। इसकी उत्पत्ति का मुख्य कारण पृथ्वी के स्थलमंडल (Lithosphere) में ऊर्जा का अचानक मुक्त होना है। इस ऊर्जा के मुक्त होने की क्रियाविधि और इसके पीछे के बल पृथ्वी की आंतरिक प्रक्रियाओं, विशेष रूप से प्लेट विवर्तनिकी से गहरे रूप से जुड़े हुए हैं।
2. भूकंप की क्रियाविधि: इलास्टिक रिबाउंड सिद्धांत (Mechanism: The Elastic Rebound Theory)
इलास्टिक रिबाउंड सिद्धांत भूकंप की क्रियाविधि की सबसे अच्छी व्याख्या करता है। इसे एच. एफ. रीड द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
- तनाव का निर्माण (Stress Build-up): टेक्टोनिक प्लेटें लगातार गति करती हैं, लेकिन उनके किनारे घर्षण के कारण एक-दूसरे से चिपक जाते हैं। इससे प्लेटों के किनारों पर चट्टानों में धीरे-धीरे तनाव (Stress) जमा होने लगता है।
- लोचदार विरूपण (Elastic Deformation): इस तनाव के कारण, चट्टानें एक रबर बैंड की तरह धीरे-धीरे मुड़ने लगती हैं या विरूपित (deform) हो जाती हैं।
- भ्रंश का टूटना (Fault Rupture): जब जमा हुआ तनाव चट्टानों की सहनशक्ति (Strength) से अधिक हो जाता है, तो चट्टानें अचानक अपनी सबसे कमजोर जगह पर टूट जाती हैं। इस टूटने की रेखा को भ्रंश (Fault) कहते हैं।
- ऊर्जा का मुक्त होना (Energy Release): चट्टानों के टूटने पर, वे अपनी मूल स्थिति में वापस आने की कोशिश करती हैं (जैसे एक खींचा हुआ रबर बैंड टूटने पर वापस उछलता है)। इस प्रक्रिया में, जमा हुई सारी ऊर्जा भूकंपीय तरंगों (Seismic Waves) के रूप में अचानक मुक्त होती है, जिससे भूकंप आता है।
3. भूकंप का प्राथमिक कारण: प्लेट विवर्तनिकी (Primary Cause: Plate Tectonics)
दुनिया के 95% से अधिक भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों की सीमाओं पर आते हैं।
A. अभिसारी प्लेट सीमाएँ (Convergent Boundaries)
- जहाँ प्लेटें टकराती हैं, वहाँ भारी तनाव उत्पन्न होता है। यह सबसे शक्तिशाली और गहरे भूकंपों का क्षेत्र है।
- प्रविष्ठन क्षेत्रों (Subduction Zones) में, जहाँ एक महासागरीय प्लेट महाद्वीपीय प्लेट के नीचे खिसकती है, मेगाथ्रस्ट भूकंप (Megathrust Earthquakes) आते हैं, जो सबसे विनाशकारी होते हैं।
- उदाहरण: प्रशांत महासागर का रिंग ऑफ फायर (जापान, चिली) और हिमालयी क्षेत्र (नेपाल, भारत)।
B. अपसारी प्लेट सीमाएँ (Divergent Boundaries)
- जहाँ प्लेटें एक-दूसरे से दूर जाती हैं, वहाँ चट्टानों में खिंचाव होता है, जिससे भ्रंश बनते हैं।
- यहाँ आने वाले भूकंप आमतौर पर उथले और कम शक्तिशाली होते हैं।
- उदाहरण: मध्य-अटलांटिक कटक और पूर्वी अफ्रीकी रिफ्ट घाटी।
C. संरक्षी प्लेट सीमाएँ (Transform Boundaries)
- जहाँ प्लेटें एक-दूसरे के समानांतर क्षैतिज रूप से खिसकती हैं।
- प्लेटों के किनारे आपस में अटक जाते हैं और फिर अचानक खिसकते हैं, जिससे शक्तिशाली और उथले भूकंप आते हैं।
- उदाहरण: कैलिफोर्निया का सैन एंड्रियास भ्रंश (San Andreas Fault)।
4. भूकंप के अन्य कारण (Other Causes of Earthquakes)
- ज्वालामुखी भूकंप (Volcanic Earthquakes): ज्वालामुखी के नीचे मैग्मा की गति और विस्फोट के कारण पृथ्वी में कंपन होता है।
- मानव-जनित भूकंप (Human-induced Earthquakes):
- जलाशय प्रेरित भूकंपीयता (Reservoir-induced Seismicity): बड़े बांधों के जलाशयों में पानी के भारी वजन के कारण नीचे की चट्टानों पर दबाव पड़ता है, जिससे छोटे भूकंप आ सकते हैं। 1967 में कोयना (महाराष्ट्र) का भूकंप इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण है।
- खनन (Mining): भूमिगत खनन से चट्टानों में तनाव बदल सकता है, जिससे स्थानीय स्तर पर छोटे भूकंप आ सकते हैं।