डेक्कन पठार (Deccan Plateau)
परिचय (Introduction)
डेक्कन पठार भारत के दक्षिणी भाग में स्थित एक विस्तृत पठार है। यह भारत के लगभग मध्य से लेकर दक्षिणी छोर तक फैला हुआ है और देश के भौगोलिक और सांस्कृतिक इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भूगोल (Geography)
- स्थान: दक्षिण भारत में, तीन ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ।
- सीमाएँ:
- पश्चिम में पश्चिमी घाट (Western Ghats)
- पूर्व में पूर्वी घाट (Eastern Ghats)
- उत्तर में सतपुड़ा और विन्ध्य पर्वत (Satpura and Vindhya Ranges)
- क्षेत्रफल: लगभग 1.9 मिलियन वर्ग किलोमीटर
- औसत ऊँचाई: 600 से 900 मीटर
गठन (Formation)
डेक्कन पठार का गठन ज्वालामुखीय गतिविधियों (Volcanic Activities) से हुआ है, विशेषकर क्रेटेशियस युग (Cretaceous Period) के अंत में। यह विशाल बेसाल्टिक लावा प्रवाह (Basaltic Lava Flows) के जमाव से बना है, जिसे ‘डेक्कन ट्रैप्स’ (Deccan Traps) कहा जाता है।
- ज्वालामुखीय प्रवाह: लाखों वर्षों तक लावा प्रवाह होता रहा।
- बेसाल्टिक परतें: लावा के जमने से मोटी बेसाल्ट की परतें बनीं।
- अपरदन: समय के साथ हवा और पानी के अपरदन से वर्तमान भू-आकृति बनी।
महत्व (Importance)
भौगोलिक महत्व (Geographical Importance)
- नदियों का उद्गम: गोदावरी, कृष्णा, कावेरी जैसी प्रमुख नदियाँ यहीं से निकलती हैं।
- मिट्टी: काली मिट्टी (रेगुर) जो कपास की खेती के लिए उपयुक्त है।
- खनिज संसाधन: लौह अयस्क, कोयला, मैग्नीज आदि।
आर्थिक महत्व (Economic Importance)
- कृषि: कपास, गन्ना, दालें, तिलहन की खेती होती है।
- उद्योग: खनन, कपड़ा उद्योग, आईटी हब (बेंगलुरु, हैदराबाद)।
- पर्यटन: अजंता और एलोरा की गुफाएँ, हम्पी के स्मारक।
सांस्कृतिक महत्व (Cultural Importance)
- इतिहास: विभिन्न राजवंशों का केंद्र जैसे चालुक्य, विजयनगर।
- भाषाई विविधता: कन्नड़, तेलुगु, मराठी, तमिल भाषाएँ बोली जाती हैं।
- त्यौहार और कला: दशहरा, संक्रांति; भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी नृत्य।
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- क्षेत्रफल: लगभग 1.9 मिलियन वर्ग किलोमीटर।
- गठन: ज्वालामुखीय गतिविधियों से, बेसाल्टिक लावा प्रवाह।
- काली मिट्टी: रेगुर मिट्टी, कपास की खेती के लिए प्रसिद्ध।
- प्रमुख नदियाँ: गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, तुंगभद्रा।
- प्रमुख शहर: बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, नागपुर।
- पश्चिमी और पूर्वी घाट: पठार के किनारे स्थित पर्वत श्रृंखलाएँ।
- जलवायु: मानसूनी जलवायु, वर्षा पश्चिमी घाट में अधिक।
- खनिज संसाधन: लौह अयस्क, कोयला, बॉक्साइट, चूना पत्थर।
- ऐतिहासिक स्थल: अजंता, एलोरा, हम्पी, गोलकुंडा किला।
- ‘डेक्कन’ शब्द अरबी शब्द ‘दक्कन’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘दक्षिण’।