मरुस्थल (Deserts)
मरुस्थलों का परिचय (Introduction to Deserts)
मरुस्थल (Desert) पृथ्वी की सतह के ऐसे क्षेत्र होते हैं जहाँ वर्षा की मात्रा अत्यंत कम होती है, जिससे वहाँ वनस्पति और जीवों की कमी होती है। ये क्षेत्र पृथ्वी के लगभग एक-तिहाई भाग को कवर करते हैं और विभिन्न जलवायु और स्थलरूपों में पाए जाते हैं।
मरुस्थल की परिभाषा और विशेषताएँ (Definition and Characteristics)
परिभाषा (Definition)
मरुस्थल एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ वार्षिक वर्षा (Annual Precipitation) 25 सेंटीमीटर से कम होती है। ये क्षेत्र अत्यंत शुष्क होते हैं और यहाँ वनस्पति आवरण बहुत कम या नगण्य होता है।
विशेषताएँ (Characteristics)
- कम वर्षा: वार्षिक वर्षा 25 सेमी से कम।
- उच्च वाष्पीकरण: वाष्पीकरण की दर वर्षा से अधिक।
- तापमान में अत्यधिक अंतर: दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर।
- वनस्पति की कमी: पौधों की कमी या विशेष रूप से अनुकूलित पौधे।
- मृदा: रेतीली या चट्टानी मिट्टी, पोषक तत्वों की कमी।
मरुस्थलों का वैश्विक वितरण (Global Distribution of Deserts)
मरुस्थल विश्व के विभिन्न भागों में पाए जाते हैं और उनका वितरण मुख्यतः उष्णकटिबंधीय (Tropical) और शीतकटिबंधीय (Temperate) क्षेत्रों में होता है।
- उत्तरी अफ्रीका: सहारा मरुस्थल
- एशिया: गोबी, थार, काराकुम मरुस्थल
- ऑस्ट्रेलिया: ग्रेट विक्टोरिया, ग्रेट सैंडी मरुस्थल
- उत्तर अमेरिका: मोजावे, सोनोरन, चिहुआहुआन मरुस्थल
- दक्षिण अमेरिका: अटाकामा, पटागोनियन मरुस्थल
मरुस्थलों के प्रकार (Types of Deserts)
मरुस्थलों को उनके तापमान, वर्षा, और भौगोलिक स्थिति के आधार पर विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
गर्म मरुस्थल (Hot Deserts)
गर्म मरुस्थल (Hot Deserts) उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं और इनमें दिन का तापमान अत्यधिक होता है।
- विशेषताएँ:
- उच्च तापमान, दिन में 45°C तक।
- रात में तापमान में गिरावट।
- कम वर्षा और उच्च वाष्पीकरण।
- उदाहरण:
- सहारा मरुस्थल, अफ्रीका
- थार मरुस्थल, भारत और पाकिस्तान
- अरब मरुस्थल, मध्य पूर्व
ठंडे मरुस्थल (Cold Deserts)
ठंडे मरुस्थल (Cold Deserts) शीतकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं और इनमें सर्दियों में बर्फबारी होती है।
- विशेषताएँ:
- शीत जलवायु, तापमान शून्य से नीचे।
- कम वर्षा, मुख्यतः बर्फ के रूप में।
- वनस्पति की कमी या विशेष रूप से अनुकूलित पौधे।
- उदाहरण:
- गोबी मरुस्थल, मंगोलिया और चीन
- अंटार्कटिक मरुस्थल
- पामीर मरुस्थल, ताजिकिस्तान
शुष्क और अर्ध-शुष्क मरुस्थल (Arid and Semi-Arid Deserts)
ये मरुस्थल उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहाँ वर्षा की मात्रा कम होती है लेकिन कुछ वनस्पति पाई जाती है।
- विशेषताएँ:
- वर्षा 25 से 50 सेंटीमीटर के बीच।
- वनस्पति आवरण मौजूद, लेकिन कम घनत्व में।
- मौसमी वर्षा पैटर्न।
- उदाहरण:
- ग्रेट बेसिन मरुस्थल, संयुक्त राज्य अमेरिका
- काला हरि मरुस्थल, दक्षिण अफ्रीका
तटीय मरुस्थल (Coastal Deserts)
तटीय मरुस्थल (Coastal Deserts) समुद्र तटों के किनारे पाए जाते हैं और यहाँ कोल्ड ओशन करंट्स का प्रभाव होता है।
- विशेषताएँ:
- कम वर्षा, लेकिन उच्च आर्द्रता।
- कोहरे की उपस्थिति।
- वनस्पति की विशेष प्रजातियाँ।
- उदाहरण:
- अटाकामा मरुस्थल, चिली
- नामिब मरुस्थल, नामीबिया
मरुस्थलों के गठन की प्रक्रियाएँ (Processes of Desert Formation)
मरुस्थलों का गठन विभिन्न जलवायु, भूवैज्ञानिक, और मानव गतिविधियों के कारण होता है।
जलवायु कारक: उच्च दबाव क्षेत्र, वर्षा छाया प्रभाव (Climatic Factors: High Pressure Zones, Rain Shadow Effect)
जलवायु कारक मरुस्थलों के गठन में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
- उच्च दबाव क्षेत्र (High Pressure Zones):
- उष्णकटिबंधीय उच्च दबाव बेल्ट में हवा नीचे की ओर बहती है, जिससे बादल नहीं बनते।
- उदाहरण: सहारा मरुस्थल
- वर्षा छाया प्रभाव (Rain Shadow Effect):
- पर्वत श्रृंखलाएँ वर्षा रोकती हैं, जिससे पीछे की ओर शुष्क क्षेत्र बनता है।
- उदाहरण: गोबी मरुस्थल, हिमालय के कारण
टेक्टोनिक और भूवैज्ञानिक कारक (Tectonic and Geological Factors)
टेक्टोनिक गतिविधियाँ और भूवैज्ञानिक संरचनाएँ भी मरुस्थलों के गठन में योगदान देती हैं।
- प्लेट टेक्टोनिक्स:
- प्लेटों के दूर होने या टकराव से भू-आकृतियों में परिवर्तन।
- भूमि की संरचना:
- अभेद्य चट्टानें जल को अवशोषित नहीं करतीं, जिससे शुष्कता बढ़ती है।
- समुद्री धाराएँ:
- ठंडी समुद्री धाराएँ वाष्पीकरण को कम करती हैं, जिससे तटीय मरुस्थल बनते हैं।
मानव गतिविधियाँ: वनोन्मूलन, अतिचारण (Human Activities: Deforestation, Overgrazing)
मानव गतिविधियाँ भी मरुस्थलीकरण (Desertification) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- वनोन्मूलन (Deforestation):
- पेड़ों की कटाई से मिट्टी का अपरदन बढ़ता है।
- अतिचारण (Overgrazing):
- पशुओं की अधिक चराई से वनस्पति की कमी होती है।
- अनियंत्रित खेती:
- मिट्टी की उर्वरता घटती है, जिससे शुष्कता बढ़ती है।
- जलवायु परिवर्तन:
- मानव गतिविधियों से जलवायु परिवर्तन हो रहा है, जिससे मरुस्थलों का विस्तार हो रहा है।
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- सहारा मरुस्थल दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है।
- अंटार्कटिका दुनिया का सबसे बड़ा ठंडा मरुस्थल है।
- अटाकामा मरुस्थल दुनिया का सबसे शुष्क स्थान है।
- मरुस्थलीकरण भूमि के शुष्क होने की प्रक्रिया है, जिसे संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों से रोकने की कोशिश की जा रही है।
- नामिब मरुस्थल दुनिया का सबसे पुराना मरुस्थल माना जाता है।
- थार मरुस्थल भारत और पाकिस्तान में स्थित है।
- वर्षा छाया प्रभाव के कारण मध्य एशिया में गोबी मरुस्थल बना है।
- कूल ओशन करंट्स तटीय मरुस्थलों के गठन में योगदान देते हैं।
- मरुस्थलों में वनस्पति विशेष रूप से अनुकूलित होती है, जैसे कैक्टस।
- टेक्टोनिक प्लेटों का विभाजन अफ्रीका में सहारा मरुस्थल के गठन में योगदान देता है।