भूकंप की माप और तीव्रता (Measurement and Intensity of Earthquakes)
रिख्टर पैमाना और मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल (Richter Scale and Moment Magnitude Scale)
भूकंप की तीव्रता और ऊर्जा को मापने के लिए रिख्टर पैमाना और मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल का उपयोग किया जाता है:
- रिख्टर पैमाना (Richter Scale):
- इस पैमाने का उपयोग भूकंप की तीव्रता (Amplitude) को मापने के लिए किया जाता है।
- यह पैमाना लघुगणकीय (Logarithmic) होता है; एक अंक की वृद्धि से ऊर्जा में 10 गुना वृद्धि होती है।
- उदाहरण: 7.0 तीव्रता वाला भूकंप 6.0 तीव्रता वाले भूकंप से 10 गुना अधिक शक्तिशाली होता है।
- मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल (Moment Magnitude Scale):
- यह पैमाना भूकंप की कुल ऊर्जा को मापता है।
- रिख्टर पैमाने की तुलना में अधिक सटीक, खासकर बड़े भूकंपों के लिए।
- उदाहरण: 2004 में इंडोनेशिया के भूकंप को मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल पर 9.1 दर्ज किया गया।
मरकाली तीव्रता पैमाना (Mercalli Intensity Scale)
मरकाली पैमाना भूकंप के प्रभाव और मानवीय अनुभव को मापता है:
- इस पैमाने में I से XII तक के स्तर होते हैं, जहां I का अर्थ है “महसूस नहीं हुआ” और XII का अर्थ है “पूर्ण विनाश”।
- यह पैमाना भौतिक प्रभावों, इमारतों की क्षति, और मानव अनुभव पर आधारित है।
- महत्व: भौगोलिक क्षेत्रों में भूकंप के प्रभाव की तुलना करने में सहायक।
सीस्मोग्राफ और सीस्मोमीटर का उपयोग (Use of Seismograph and Seismometer)
सीस्मोग्राफ और सीस्मोमीटर भूकंपीय तरंगों को मापने और दर्ज करने के लिए उपयोग किए जाते हैं:
- सीस्मोग्राफ:
- यह उपकरण भूकंप के दौरान उत्पन्न कंपन (Seismic Waves) को रिकॉर्ड करता है।
- इसके द्वारा भूकंप की तीव्रता, समय, और केंद्र का निर्धारण किया जा सकता है।
- सीस्मोमीटर:
- यह उपकरण भूकंप की गति और कंपन को मापने के लिए अधिक संवेदनशील है।
- आधुनिक डिजिटल सीस्मोमीटर भूकंप की गतिविधियों को सटीकता से मापते हैं।
- महत्व:
- भूकंप के अध्ययन और निगरानी में महत्वपूर्ण उपकरण।
- भूकंपीय जोखिम क्षेत्रों की पहचान में सहायक।
परीक्षापयोगी तथ्य
- रिख्टर पैमाने का विकास 1935 में चार्ल्स एफ. रिख्टर ने किया था।
- मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल बड़े भूकंपों के लिए अधिक सटीक है।
- मरकाली पैमाने के स्तर भूकंप के स्थानीय प्रभाव को मापते हैं।
- सीस्मोग्राफ भूकंप के केंद्र का पता लगाने में सहायक है।
- भारत में कच्छ और गढ़वाल उच्च भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्र हैं।