पठारों का वर्गीकरण (Classification of Plateaus)
उत्पत्ति के आधार पर पठारों का वर्गीकरण (Classification Based on Origin)
पठारों को उनकी उत्पत्ति (Origin) के आधार पर विभाजित किया जा सकता है। ये भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएँ निर्धारित करती हैं कि पठार कैसे और कब बने।
1. ज्वालामुखीय पठार (Volcanic Plateaus)
ये पठार ज्वालामुखी गतिविधियों से बने होते हैं, जब लावा बड़े क्षेत्रों में फैलकर ठंडा होता है और कठोर हो जाता है।
- विशेषताएँ:
- बेसाल्टिक चट्टानों से बना होता है।
- उर्वर मिट्टी, जो कृषि के लिए उपयुक्त होती है।
- उदाहरण:
- कोलम्बिया पठार (Columbia Plateau), संयुक्त राज्य अमेरिका।
- डीकन पठार (Deccan Plateau), भारत।
2. अवसादी पठार (Sedimentary Plateaus)
ये पठार अवसादों के जमाव और उनके उठान के कारण बनते हैं। अवसादों (Sediments) का संचय समय के साथ होता है।
- विशेषताएँ:
- परतदार संरचना।
- खनिज संसाधनों से समृद्ध।
- उदाहरण:
- ओज़ार्क पठार (Ozark Plateau), संयुक्त राज्य अमेरिका।
- ऐप्पलाचियन पठार (Appalachian Plateau), संयुक्त राज्य अमेरिका।
3. रूपांतरित पठार (Metamorphic Plateaus)
ये पठार उच्च तापमान और दबाव के कारण चट्टानों के रूपांतरण (Metamorphism) से बनते हैं।
- विशेषताएँ:
- कठोर और प्रतिरोधी चट्टानें।
- खनिज संसाधनों की विविधता।
- उदाहरण:
- स्कॉटिश हाईलैंड्स (Scottish Highlands), स्कॉटलैंड।
- सिएरा नेवादा पठार (Sierra Nevada Plateau), संयुक्त राज्य अमेरिका।
स्थान के आधार पर पठारों का वर्गीकरण (Classification Based on Location)
पठारों को उनकी स्थान (Location) के आधार पर भी वर्गीकृत किया जाता है, जो उनके भौगोलिक वितरण को दर्शाता है।
1. महाद्वीपीय पठार (Continental Plateaus)
ये पठार महाद्वीपों (Continents) के आंतरिक भाग में स्थित होते हैं और आमतौर पर विशाल क्षेत्र को कवर करते हैं।
- विशेषताएँ:
- समतल या लहरदार शिखर।
- प्राचीन चट्टानों से बना होता है।
- उदाहरण:
- तिब्बती पठार (Tibetan Plateau), एशिया।
- अफ्रीकी पठार (African Plateau), अफ्रीका।
2. महासागरीय पठार (Oceanic Plateaus)
ये पठार महासागरों (Oceans) के तल पर स्थित होते हैं और समुद्री भू-आकृतियों का हिस्सा होते हैं।
- विशेषताएँ:
- समुद्री ज्वालामुखीय गतिविधियों से बना।
- समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण।
- उदाहरण:
- कोंटाडोरा पठार (Ontong Java Plateau), प्रशांत महासागर।
- कोंडविल पठार (Kerguelen Plateau), हिंद महासागर।
ऊंचाई के आधार पर पठारों का वर्गीकरण (Classification Based on Elevation)
पठारों को उनकी ऊंचाई (Elevation) के आधार पर भी विभाजित किया जाता है, जो उनके भौतिक स्वरूप और पर्यावरणीय स्थितियों को प्रभावित करता है।
1. उच्च पठार (High Plateaus)
ये पठार समुद्र तल से उच्च ऊंचाई (High Elevation) पर स्थित होते हैं, आमतौर पर 1,500 मीटर से अधिक।
- विशेषताएँ:
- ठंडी जलवायु।
- कम जनसंख्या घनत्व।
- जैव विविधता में विशिष्टता।
- उदाहरण:
- तिब्बती पठार (Tibetan Plateau), औसत ऊंचाई 4,500 मीटर।
- बोलिवियाई अल्टिप्लानो (Bolivian Altiplano), दक्षिण अमेरिका।
2. निम्न पठार (Low Plateaus)
ये पठार समुद्र तल से कम ऊंचाई (Low Elevation) पर स्थित होते हैं, आमतौर पर 500 से 1,500 मीटर के बीच।
- विशेषताएँ:
- समशीतोष्ण या गर्म जलवायु।
- कृषि और निवास के लिए उपयुक्त।
- अधिक जनसंख्या घनत्व।
- उदाहरण:
- डीकन पठार (Deccan Plateau), भारत।
- ब्राज़ीलियाई पठार (Brazilian Plateau), ब्राज़ील।
पठारों का महत्व (Importance of Plateaus)
पठारों का विभाजन हमें उनकी भौगोलिक, आर्थिक और पर्यावरणीय महत्व को समझने में मदद करता है।
भौगोलिक महत्व (Geographical Importance)
- पारिस्थितिकी तंत्र में विविधता।
- जलवायु पर प्रभाव।
- नदियों और जल संसाधनों का उद्गम।
आर्थिक महत्व (Economic Importance)
- खनिज संसाधनों का भंडार।
- कृषि और पशुपालन के लिए उपयुक्त भूमि।
- पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व।
पर्यावरणीय महत्व (Environmental Importance)
- मृदा संरक्षण।
- जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में सहायक।
- जैव विविधता के संरक्षण में महत्वपूर्ण।
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- तिब्बती पठार को ‘दुनिया की छत’ कहा जाता है।
- डीकन पठार ज्वालामुखीय पठार का उदाहरण है।
- ओंटोंग जावा पठार दुनिया का सबसे बड़ा महासागरीय पठार है।
- अफ्रीकी पठार महाद्वीपीय पठार का उदाहरण है।
- तिब्बती पठार पर याक पालन एक प्रमुख आर्थिक गतिविधि है।
- बोलिवियाई अल्टिप्लानो उच्च पठार का उदाहरण है।
- पठारों का अध्ययन भूविज्ञान और भौतिक भूगोल में महत्वपूर्ण है।
- महासागरीय पठारों का गठन समुद्री ज्वालामुखीय गतिविधियों से होता है।
- स्कॉटिश हाईलैंड्स रूपांतरित पठार का उदाहरण है।
- पठार क्षेत्रों में जलवायु आमतौर पर आसपास के क्षेत्रों की तुलना में ठंडी होती है।