जैविक खेती (Organic Farming)
🌿 1. परिचय (Introduction)
जैविक खेती एक कृषि पद्धति है जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और पशुओं के लिए दवाओं का उपयोग न करके प्राकृतिक तरीकों से खेती की जाती है। इसका उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता, पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देना है।
🌱 2. प्रमुख सिद्धांत (Key Principles)
- मिट्टी की उर्वरता का संरक्षण और वृद्धि
- जैव विविधता का संरक्षण
- प्राकृतिक संसाधनों का सतत उपयोग
- रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का निषेध
- पुनर्चक्रण और संसाधनों का पुन: उपयोग
🌾 3. जैविक खेती की तकनीकें (Organic Farming Techniques)
- हरी खाद का उपयोग: नाइट्रोजन-स्थिरित पौधों को उगाकर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना।
- कम्पोस्टिंग: जैविक अपशिष्टों का उपयोग करके खाद बनाना।
- फसल चक्र (Crop Rotation): विभिन्न फसलों को क्रम से उगाकर मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना।
- जैविक कीटनाशकों का उपयोग: नीम, लहसुन आदि से बने प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग।
- मल्चिंग: मिट्टी की नमी बनाए रखने और खरपतवार नियंत्रण के लिए।
🌐 4. भारत में जैविक खेती (Organic Farming in India)
- सिक्किम पहला पूर्ण जैविक राज्य है।
- मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र जैविक खेती में अग्रणी हैं।
- भारत में जैविक उत्पादों का निर्यात बढ़ रहा है।
- सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएँ और सब्सिडी प्रदान की जा रही हैं।
📊 5. लाभ (Benefits)
- पर्यावरणीय लाभ: मिट्टी, जल और वायु प्रदूषण में कमी।
- स्वास्थ्य लाभ: रसायन रहित खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य में सुधार।
- आर्थिक लाभ: जैविक उत्पादों के लिए बेहतर मूल्य।
- सामाजिक लाभ: ग्रामीण समुदायों का सशक्तिकरण।
⚠️ 6. चुनौतियाँ (Challenges)
- उत्पादन में कमी
- प्रमाणीकरण की प्रक्रिया जटिल और महंगी
- जागरूकता की कमी
- बाजार की अनिश्चितता
- सरकारी समर्थन की कमी
🏛️ 7. सरकारी पहल (Government Initiatives)
- परमपरागत कृषि विकास योजना (PKVY)
- मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट फॉर नॉर्थ ईस्ट रीजन (MOVCDNER)
- जैविक खेती के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPOP)
- जैविक उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहन
📚 8. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- सिक्किम पहला पूर्ण जैविक राज्य है।
- जैविक खेती में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं होता।
- परमपरागत कृषि विकास योजना के तहत जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलता है।
- जैविक खेती सतत कृषि का एक महत्वपूर्ण अंग है।
- भारत में जैविक उत्पादों का निर्यात मुख्यतः अमेरिका और यूरोप को होता है।
💡 9. निष्कर्ष (Conclusion)
जैविक खेती एक सतत कृषि पद्धति है जो पर्यावरण, मानव स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक विकास के लिए लाभकारी है। हालांकि, इसे सफल बनाने के लिए जागरूकता, प्रशिक्षण, सरकारी समर्थन और बाजार विकास की आवश्यकता है।
जैविक खेती पर प्रश्नोत्तरी
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) सिंथेटिक खादों का उपयोग: जैविक खेती में सिंथेटिक खादें उपयोग नहीं होती।
– (c) फसलों में तेजी: जैविक खेती में रासायनिक प्रोत्साहन का प्रयोग नहीं होता।
– (d) उत्पादन में वृद्धि: यह प्राथमिक लक्ष्य नहीं है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) रासायनिक खाद: जैविक खेती में रासायनिक खादों का उपयोग वर्जित है।
– (c) फॉस्फेट खाद: यह भी रासायनिक खाद है।
– (d) सिंथेटिक खाद: इसका उपयोग नहीं होता।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) रासायनिक कीटनाशक: इनका उपयोग जैविक खेती में नहीं किया जाता।
– (c) एंटीबायोटिक्स: ये मानव चिकित्सा में प्रयुक्त होते हैं।
– (d) हर्बिसाइड्स: इनका प्रयोग खरपतवार हटाने में होता है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) अधिक उत्पादन: यह मुख्य उद्देश्य नहीं है।
– (c) पानी की बचत: इसका सीधा संबंध नहीं।
– (d) फसल का समय बढ़ाना: यह उद्देश्य नहीं है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) बाढ़ सिंचाई: इसमें अधिक जल की आवश्यकता होती है।
– (c) स्प्रिंकलर सिंचाई: यह भी प्रभावी है, लेकिन ड्रिप सिंचाई अधिक उपयुक्त है।
– (d) उथली सिंचाई: इसका उपयोग सीमित है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) एकल फसल: यह पोषण संतुलन के लिए अच्छा नहीं है।
– (c) एकमात्र फसल: यह जैविक खेती के अनुकूल नहीं है।
– (d) रासायनिक फसल: जैविक खेती में रसायनों का प्रयोग नहीं होता।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) उत्पादन में वृद्धि: यह हमेशा सटीक नहीं होता।
– (c) सस्ता उत्पादन: जैविक उत्पाद महंगे होते हैं।
– (d) तेजी से उत्पादन: जैविक खेती में समय लगता है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) कीटनाशकों का उपयोग: जैविक खेती में रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग नहीं होता।
– (c) एंटीबायोटिक उपचार: यह मानव चिकित्सा में होता है।
– (d) रासायनिक उपचार: जैविक खेती में रसायनों का उपयोग नहीं होता।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) पीएम-किसान: यह नकद सहायता के लिए है।
– (b) मृदा स्वास्थ्य कार्ड: यह मृदा की गुणवत्ता के लिए है।
– (d) ऑपरेशन ग्रीन: यह मूल्य स्थिरीकरण के लिए है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) आईएसओ: यह अंतरराष्ट्रीय मानक के लिए है।
– (b) एपीडा: यह कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए है।
– (d) एफएसएसएआई: यह खाद्य सुरक्षा के लिए है।